कैप्टन कूल धोनी और साक्षी से सीखें स्मार्ट पैरेंटिंग के सीक्रेट्स: Celebrity Parenting Secrets

Celebrity Parenting Secrets: कैप्टन कूल यानी महेंद्र सिंह धोनी को उनके शांत और फोकस्ड नेचर के लिए जाना जाता है। वह भारत के सबसे समझदार और बैलेंस कैप्टन में से एक रहे हैं। उनके कैप्टनशिप में भारत को कई जीतें मिली। उनका डाउन टू अर्थ नेचर लोगों को बहुत आकर्षित करता है। धोनी के दीवाने आपको हर घर में मिल ही जाएंगे। धोनी सिर्फ अपने क्रिकेट के लिए ही नहीं बल्कि अपनी बेटी की पैरेंटिंग के लिए भी सभी के आदर्श हैं। धोनी और उनकी पत्नी साक्षी एक परफेक्ट पैरेंटिंग कपल भी है। उनकी बेटी जीवा सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं। उन्हें देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि धोनी और साक्षी ने कितनी समझदारी और होशियारी से जीवा की पैरेंटिंग की है।आज के समय में पैरेंटिंग काफी भाग दौड़ और तनाव भरी हो चुकी है। इसलिए स्मार्ट और बैलेंस तरीके से अपने बच्चों की पैरेंटिंग करने के लिए आप धोनी और साक्षी से प्रेरणा ले सकते हैं। धोनी और साक्षी का पैरेंटिंग का तरीका काफी सिंपल है। ना ही वह कोई दिखावा करते हैं ना ओवर प्रोटेक्टिव होते हैं। आइए जानते हैं धोनी और साक्षी के स्मार्ट पैरेंटिंग के बारे में। बच्चों के साथ बिताते हैं समय धोनी को लंबे समय के लिए क्रिकेट की वजह से समय नहीं मिल पाता, लेकिन जब भी वह अपने घर पर होते हैं तो अपनी बेटी जीवा के साथ पूरा वक्त बिताते हैं। वीडियो के माध्यम से देखा जा सकता है कि बच्चों को उनके पैरेंट्स का समय कितना प्यारा होता है। खेलना, गाना सुनना या जूता पहनना यह छोटे-छोटे काम है, लेकिन बच्चों से जुड़ाव को बढ़ाते हैं। धोनी और साक्षी की जोड़ी से यह सीखा जा सकता है कि स्मार्ट पैरेंटिंग के लिए सबसे जरूरी है फिजिकल और इमोशनली प्रेजेंट होना। बच्चों को अच्छा इंसान बनाएं धोनी और साक्षी जीवा को एक सामान्य बच्चों की तरह पालते हैं। जीवा सोशल मीडिया पर काफी मशहूर हैं लेकिन फिर भी साक्षी और धोनी ने कभी भी उसकी पहचान को ग्लैमराइज करने की कोशिश नहीं की। उन्हें यह बात पता है कि पापुलैरिटी से ज्यादा जरूरी है जीवा का नेचुरल बिहेवियर और ग्रोथ। बच्चों को लाइमलाइट में लाने से अधिक जरूरी है कि आपका बच्चा इस चीज के लिए मेंटली तैयार है या नहीं। बच्चों को सोशल मीडिया स्टार की जगह एक अच्छा इंसान बनाने की कोशिश करें। पेरेंट्स में कोऑर्डिनेशन है जरूरी धोनी और साक्षी की पैरेटिंग से यह साफ नजर आता है कि इन दोनों के बीच काफी अच्छा कोऑर्डिनेशन है। यह दोनों एक टीम की तरह काम करते हैं। धोनी शांत स्वभाव से बच्ची को चीजों के बारे में सीखाते हैं। वहीं साक्षी काफी सेंसिटिव हैं। यह दोनों मिलकर बच्चों के लिए सही डिसीजन लेते हैं, जिससे उनकी बेटी जीवा के लिए बैलेंस माहौल बना रहता है। स्मार्ट पैरेंटिंग के लिए जरूरी है दोनों पेरेंट्स का मिलकर बच्चों की परवरिश करना।बच्चों को दें सीखने की आजादी धोनी और साक्षी से आप यह स्मार्ट पैरेंटिंग टिप्स सीख सकते हैं कि आपको अपने बच्चों को सीखने की आजादी देनी चाहिए ना कि हमेशा कंट्रोल करने की कोशिश करनी चाहिए। कभी भी धोनी को जीवा पर कुछ थोपते भी नहीं देखा गया है। वह अपनी बच्ची को हर चीज एक्सप्लोर करने की स्वतंत्रता देते हैं। अगर बच्चा एक्सप्लोर करता है, गलतियां करता है तो वह चीजों को सीख पाता है और आगे गलतियों को नहीं दोहराता। धोनी और साक्षी एक स्मार्ट प्रैक्टिकल अप्रोच अपना आते हैं।Related