'देश में किसी को भी यह अधिकार नहीं है', कोहली और रोहित के टेस्ट संन्यास पर गंभीर ने दिया तीखा बयान

दिल्ली: भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है, क्योंकि विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद अब टीम इंडिया के सामने नए नेतृत्व के साथ आगे बढ़ने की चुनौती है. इंग्लैंड के खिलाफ जून में शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला से पहले भारतीय चयनकर्ताओं को नए कप्तान की तलाश है.
ऐसे में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) शनिवार, यानी 24 मई को इस महत्वपूर्ण दौरे के लिए टेस्ट की टेस्ट टीम की घोषणा करने जा रहा है. रोहित के संन्यास के बाद टीम के नए कप्तान के चयन की चर्चाएं जोरों पर हैं, और शुभमन गिल इस रेस में सबसे आगे नजर आ रहे हैं. उनके साथ-साथ केएल राहुल, ऋषभ पंत, और जसप्रीत बुमराह जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी नेतृत्व की दौड़ में शामिल हैं.
टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने इस मौके पर विराट और रोहित के संन्यास पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उनके निर्णय का सम्मान किया है. पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि किसी भी खिलाड़ी का संन्यास का फैसला उसका व्यक्तिगत निर्णय होता है और किसी का भी इस पर कोई अधिकार नहीं है.
गंभीर ने न्यूज18 से कहा, “मुझे लगता है कि आप कब खेल शुरू करते हैं और कब खत्म करना चाहते हैं, यह एक बहुत ही व्यक्तिगत निर्णय है. किसी को भी यह अधिकार नहीं है. चाहे वह कोच हो, चयनकर्ता हो, इस देश में कोई भी हो, किसी को यह बताने का अधिकार है कि उसे कब संन्यास लेना है और कब नहीं, इसलिए यह अंदर से आता है.”
गंभीर ने यह भी माना कि दो महान खिलाड़ियों की अनुपस्थिति टीम को जरूर महसूस होगी, लेकिन यह बाकी खिलाड़ियों के लिए खुद को साबित करने का बेहतरीन अवसर भी है. मुख्य कोच ने कहा, “कभी-कभी, जब अनुभवी खिलाड़ी टीम से बाहर होते हैं, तो नए खिलाड़ियों के पास हाथ उठाकर यह कहने का मौका होता है कि ‘मैं तैयार हूं’, जैसे चैंपियंस ट्रॉफी में जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में कुछ खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, वैसे ही इस बार भी युवा खिलाड़ी सामने आएंगे.”
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