प्रवेश वर्मा बनेंगे दिल्ली के मुख्यमंत्री | Parvesh Verma will become the Chief Minister of Delhi
Parvesh Verma will become the Chief Minister of Delhi

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों ने राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 70 में से 47 सीटों पर जीत हासिल की है, जिससे पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिला है। इस जीत के साथ, भाजपा के लिए 1998 के बाद पहली बार दिल्ली में सरकार बनाने का मार्ग प्रशस्त हुआ है। इस सफलता के बाद, मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर चर्चा हो रही है, जिनमें प्रमुख रूप से प्रवेश वर्मा का नाम सामने आ रहा है।
प्रवेश वर्मा की राजनीतिक यात्रा:
प्रवेश वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को दिल्ली में हुआ था। वह दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक (बी.कॉम) किया और फोर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में एमबीए की डिग्री प्राप्त की। उनकी राजनीतिक यात्रा 2013 में महरौली विधानसभा सीट से शुरू हुई, जहां उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगानंद शास्त्री को पराजित किया। इसके बाद, 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से जीत हासिल की। 2019 के लोकसभा चुनाव में, उन्होंने कांग्रेस के महाबल मिश्रा को 5,78,486 मतों के अंतर से हराया, जो दिल्ली के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा अंतर था।
नई दिल्ली विधानसभा सीट पर जीत:
2025 के विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने प्रवेश वर्मा को नई दिल्ली विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया, जहां उनका मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के संदीप दीक्षित से था। इस सीट पर मुकाबला बेहद रोचक था, क्योंकि यह सीट पहले शीला दीक्षित और फिर अरविंद केजरीवाल जैसे दिग्गज नेताओं की रही है। प्रवेश वर्मा ने इस सीट पर शानदार जीत दर्ज करते हुए अरविंद केजरीवाल को पराजित किया।
मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदार:
भाजपा ने चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के लिए किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की थी। चुनाव परिणामों के बाद, मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर विचार किया जा रहा है। प्रवेश वर्मा के अलावा, दुष्यंत गौतम और विजेंद्र गुप्ता भी इस दौड़ में शामिल हैं। दुष्यंत गौतम भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव हैं और दलित समुदाय से आते हैं, जबकि विजेंद्र गुप्ता दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं।
प्रवेश वर्मा की उम्मीदवारी के पक्ष में तर्क:
राजनीतिक अनुभव: प्रवेश वर्मा का राजनीतिक अनुभव और उनकी जीत उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए एक मजबूत दावेदार बनाती है।
पारिवारिक विरासत: उनके पिता साहिब सिंह वर्मा दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जिससे उन्हें राजनीतिक समझ और नेतृत्व का अनुभव मिला है।
जन समर्थन: नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल जैसे दिग्गज नेता को हराना उनके जन समर्थन का प्रमाण है।
भाजपा की रणनीति:
भाजपा के लिए दिल्ली में सरकार बनाना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी, क्योंकि पार्टी 1998 से राजधानी की सत्ता से बाहर रही है। मुख्यमंत्री पद के चयन में पार्टी सामाजिक संतुलन, अनुभव और राजनीतिक प्रभाव जैसे कारकों को ध्यान में रखेगी। प्रवेश वर्मा की जीत और उनका राजनीतिक अनुभव उन्हें इस पद के लिए एक मजबूत दावेदार बनाता है।
प्रवेश वर्मा biography in detail
प्रवेश साहिब सिंह वर्मा एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य हैं। वह दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं और वर्तमान में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रवेश वर्मा ने अपने राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और अपनी नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
प्रवेश वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को दिल्ली में हुआ था। उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल, आर.के. पुरम से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और इसके बाद किरोड़ीमल कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक (बी.कॉम) की डिग्री प्राप्त की। इसके पश्चात, उन्होंने फोर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) किया। उनकी शिक्षा ने उन्हें व्यापार और प्रबंधन के क्षेत्र में मजबूत नींव प्रदान की।
राजनीतिक करियर:
प्रवेश वर्मा ने 2013 में महरौली विधानसभा क्षेत्र से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की, जहां उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता योगानंद शास्त्री को पराजित किया। इसके बाद, 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2019 के लोकसभा चुनाव में, उन्होंने कांग्रेस के महाबल मिश्रा को 5,78,486 मतों के अंतर से हराया, जो दिल्ली के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा अंतर था। 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने उन्हें नई दिल्ली विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया, जहां उन्होंने आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को पराजित किया।
व्यक्तिगत जीवन:
प्रवेश वर्मा की शादी स्वाति सिंह से हुई है, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश के भाजपा नेता विक्रम वर्मा की बेटी हैं। उनके तीन बच्चे हैं: दो बेटियाँ और एक बेटा। वह “राष्ट्रीय स्वाभिमान” नामक एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) भी चलाते हैं, जो सामाजिक कार्यों में सक्रिय है।
विवाद:
2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान, प्रवेश वर्मा ने शाहीन बाग़ में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के संदर्भ में विवादास्पद बयान दिए थे, जिसके लिए उनकी आलोचना हुई थी। इसके अलावा, 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान भी उनके कुछ बयानों ने विवाद उत्पन्न किए थे।
निष्कर्ष:
प्रवेश वर्मा ने अपने राजनीतिक करियर में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और अपनी नेतृत्व क्षमता के लिए पहचाने जाते हैं। उनकी राजनीतिक यात्रा, परिवारिक पृष्ठभूमि और व्यक्तिगत जीवन ने उन्हें दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।