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श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर 10 वाक्य (10 Lines on Shree Krishna Janmashtami in Hindi)

कंस के वध के पश्चात् भी भगवान कृष्ण ने कई चमत्कारी कर्म दिखाए। श्री कृष्ण राधा के साथ मिलकर सच्चे प्यार और स्नेह का संदेश दिये।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर 10 वाक्य (10 Lines on Shree Krishna Janmashtami in Hindi)

भगवान विष्णु ने पृथ्वी पर श्रीकृष्ण के रूप में अवतार लिया था। इनके जन्मोत्सव को हिंदू धर्म मेंं श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व के रूप में मनाते हैं। पौराणिक लोक कथाओं की मानें तो, श्रीकृष्ण का जन्म उनके मामा कंस का वध करने के लिए हुआ था। श्रीकृष्ण का जन्म उत्तर प्रदेश के मथुरा में कंस के बंदीगृह (जेल) में हुआ था और उन्हें बचाने के लिए वासुदेव ने इन्हें गोकुल में अपने चचेरे भाई नन्द बाबा के पास छोड़ आये। माता यशोदा ने बहुत ही स्नेह व प्यार से श्री कृष्ण का पालन पोषण किया।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर 10 लाइन (Ten Lines on Shree Krishna Janmashtami in Hindi)

स्वयं के मामा कंस के वध के बाद भी भगवान कृष्ण ने कई चमत्कार धरती लोक पर दिखाए। श्री कृष्ण राधा के प्रेम की मिसाल कलयुग में भी दी जाती है। इन्होंने राधा नाम को अपने साथ जोड़कर सच्चे प्यार और स्नेह का संदेश दुनिया को दिया। महाभारत के युद्ध में श्री कृष्ण पांडवों का मार्गदर्शन दिया। आईये दोस्तों नीचे दिए हुए 10 लाइन्स के सेट से हम श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के बारे में संक्षिप्त रूप में जानकारी प्राप्त करते हैं।

Krishna Janmashtami par 10 Vakya – Set 1

1) हिन्दू कैलेंडर के भाद्रपद महीने के कृष्णपक्ष के अष्टमी के दिन यह पर्व मनाया जाता हैं।

2) भगवान श्रीकृष्ण के पृथ्वी पर जन्म लेने के दिन के अवसर पर जन्माष्टमी मनाते हैं।

3) भगवान श्रीकृष्ण, विष्णु जी के 8वें अवतार के रूप में धरती पर जन्म लिए।

4) श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व प्रमुख हिन्दू त्यौहारों में से एक है।

5) इस दिन भगवान कृष्ण के सभी मंदिरों को फूलों और मालाओं से सज़ा दिया जाता है।

6) इस दिन लोग घरों व मंदिरों में श्रीकृष्ण के अलौकिक घटनाओं की झांकियां बनाते हैं।

7) “दही-हांडी” इस पर्व का एक मुख्य हिस्सा है जो भारत में प्रचलित है।

8) इस दिन लोग एक साथ इकट्ठे होते है और भजन-कीर्तन करते हैं।

9) विशेष स्थानों पर मुख्य रूप से रासलीला नृत्य का मनमोहक आयोजन किया जाता है।

10) श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मथुरा व वृन्दावन में बड़े ही भव्य तरीके से मनाया जाता है।

Krishna Janmashtami par 10 Vakya – 2

1) कृष्ण जन्माष्टमी के त्योहार को “गोकुलाष्टमी” भी कहा जाता है।

2) ये महापर्व ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार अगस्त या सितंबर माह में आता है।

3) यह त्योहार केवल भारत ही नहीं अपितु विदेशों में भी रहने वाले हिन्दुओं द्वारा मनाया जाता है।

4) भगवान श्रीकृष्ण सदियों से हिन्दुओं के आस्था के केंद्र रहे हैं।

5) श्रीकृष्ण अपने पिता वासुदेव और माता देवकी की आठवीं संतान हैं।

6) भगवान कृष्ण का पालन पोषण गोकुल में माता यशोदा ने किया।

7) इस दिन हिन्दू धर्म की महिलाएं, पुरुष, बच्चे व बूढ़े उपवास रखते हैं।

8) दूध से बने दही, माखन आदि श्रीकृष्ण को बहुत प्रिय थे इसलिए बड़े हर्षोल्लास के साथ भारत में “दही-हांड़ी” मनाया जाता है।

9) लोग भक्ति गीत गाते हैं, पूजा करते हैं और एक दुसरे को प्रसाद बाटकर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव मनाते हैं।

10) दुनिया में फैली बुराइयों और अधर्मी लोगों से बचाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार पूरे भारत वर्ष में विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार इत्यादि राज्यों में बहुत ही उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। इस पर्व के कुछ दिन पूर्व से ही बाज़ार में भगवान कृष्ण के रूपों की प्रतिमाएं और उनके वस्त्र आभूषण मिलने लगते हैं। लोग साथ मिलकर श्रीकृष्ण के जीवन की चमत्कारी घटनाओं की झांकियां बनाते हैं। लोग साथ मिलकर नृत्य करते हैं, गीत गाते हैं और उपवास के दिन रात 12 बजे कृष्ण के जन्मोत्सव का प्रसाद खाकर व्रत तोड़ते हैं। भगवान कृष्ण ने “श्रीमद्भागवत गीता” के रूप में संसार को सरोच्च ज्ञान दिया।

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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