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सहरसा मछली बाजार में पहुंची 35 किलो की कतला मछली, लोगों के होश उड़े

सहरसा मछली बाजार में पहुंची 35 किलो की कतला मछली, लोगों के होश उड़े । saharsa the 35 kg  katla reached the fish market became a matter of curiosity

सहरसा मछली बाजार में उस समय लाेगों की भीड़ जमा हो गई जब एक 35 किलो वजनी कतला मछली बाजार में ब्रिकी के लिए पहुंची. घटना 20 जून 2021 की है. व्यापारियों ने मछली का दाम 400 रुपए प्रति किलो तय किया. जिसके मान से मछली की कुल कीमत 14 हजार रुपए आंकी गई.

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दरअसल सहरसा जिले के सिमरी बख्तियार स्थित मछली बाजार में कोसी नदी की उपधारा में 35 किली वजनी कतला (भाकुर) मछली चर्चा का विषय बनी है. मछली का वजन इतना अधिक था कि, उसे उठाने के लिए दो लोग लग रहे थे. मछुवारों ने बताया कि, कोसी नदी में मछली मारने के दौरान यह मछली धमारा घाट के समीप फनगो हाल्ट में उनके महाजाल में फंसी थी.

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इसके पूर्व भी मिल चुकी है दस गुना वजनी मछली

इसके पूर्व साल 2019 नवंबर में एक विशालकाय बघाय मछली दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान पूर्वी क्षेत्र के उसरी पंचायत के कोनिया के मछुआरों के महाजाल में फंस चुकी है. मछुआरा जगदीश मुखिया, उदय मुखिया, जवाहर मुखिया समेत छ लोगों ने बलान व कोसी के संगम उपपधारा में थरघटिया घाट पर बोर जाल लगाकर इस मछली को पकड़ा था.

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सुपौल में भी मिल चुकी है भारी भरकम मछली

साल 2018 में सुपौल जिले के अंतर्गत आने वाले कोसी नदी में मछुआरे सियाराम मुखिया के जाल में बघाय मछली फंसी थी. उस समय मछली को 250 रुपए किलो के मान से बाजार में काटकर बेचा गया था.

इसी प्रकार जून 2018 में मधुबनी जिले के मधेपुरा प्रखंड क्षेत्र के नदी में बसीपट्‌टी निवासी राम नारायण द्वारा 45 किलाे वजनी कतला मछली पकड़ी गई थी. खास बात यह है कि, मछली के पेट से 12 किलो ग्राम का अंडा निकला था.

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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