नागदा। मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल के प्रावधानों के कारण ही आज देश की जनता बेतहाशा मंहगाई का सामना कर रही है।
कृषि बिल किसानों को उनकी उपज के एवज में मिलने वाले समर्थन मुल्य के प्रावधानों को समाप्त कर दिया है। वहीं खाद्यान्न एवं अनाज की स्टाॅक लिमिट नये कृषि बील में समाप्त कर उद्योगपति एवं पुंजीपतियों को अकूत मात्रा में भण्डारण की छुट प्रदान कर दी गई
नतीजा हम सभी कमर तोड मंहगाई से त्रस्त हो गये। यह बात जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष सुबोध स्वामी ने कृषि बील के विरोध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा किये गये आंदोलन के दौरान कहीं।
स्वामी ने कहा कि किसान गाय और भैंस के दुध को बाजार के बेचकर बमुश्किल 40 से 45 रूपये प्रति लीटर कमाता है वहीं मोदी जी के परम मित्र बाबा रामदेव गौ मुत्र 50 रूपये लीटर बाजार में बेचकर कमा रहे है।
भाजपा सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि बिल में मोदी के चंद उद्योगपति मित्रों को देश की जनता को लुटने के लिए प्रावधान निहित किये गये है यही कारण है कि आज लाखों की तादाद में किसान दिल्ली की सडकों पर अपने अधिकारों की लडाई लड रहा है।
किसान, श्रमिक, बेरोजगार युवाओं, महिलाओं के हितों की बात करने वाली भाजपा आज सभी के हितों के साथ कुठाराघात कर रही है।
प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए शहर कांग्रेस अध्यक्ष राधे जायसवाल ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा 2000 रूपये किसानों के खातों में डाले गये थे उनकी वसुली के नोटिस किसानों को दिये जा रहे है।
वहीं दस-दस हजार रूपये जिन नागरिकों के खातों में आये है उन्हें भी फोन करके बैंक अधिकारी पैसे जमा करने के लिए डरा रहे है यह मोदी सरकार की कथनी करनी को दर्शाता है।
किसानों के साथ अगर न्याय नहीं हुआ तो कांग्रेस की किसानों के लिए आंदोलन जारी रखेगी।
आंदोलन को ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द भरावा, सरनामसिंह, रघुनाथसिंह बब्बु, ओमप्रकाश मौर्य, अजय शर्मा, सुरेन्द्रसिंह गुर्जर, जीवन पाटीदार ढोला, ईश्वरसिंह गुर्जर, भीमराज मालवीय, अययुब कामरेड, जगदीश मिमरोट, सुरेश उपाध्याय, लोकेश चैहान, लोकुमल खत्री, नरसिंह सिसौदिया, मोहम्मद रंगरेज, निशा चौहान आदि ने सम्बोधित किया।