राधा की मृत्यु किस पाप के कारण हुई थी | Kis Pap Ke Karan Radha Ki Mrutyu Hui
नमस्कार दोस्तो, यदि आप सनातनी हैं तो श्री राधा रानी में विश्वास जरूर रखते होंगे। या फिर भगवान श्री कृष्ण में असीम श्रद्धा रखते होंगे, यदि आप श्री राधा कृष्ण के भक्त हैं तो आपकों राधा रानी के बारे में संपूर्ण ज्ञान होगा, लेकिन क्या आपकों पता हैं कि, श्री राधा रानी की मृत्यु कैसे हुई थी। दोस्तों क्या आप जानते हैं, कि राधा की मृत्यु किस पाप के कारण हुई थी। यदि आपकों इस विषय के बारे में तनीक भर जानकारी नहीं हैं और आप इस प्रश्न का उत्तर जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट के जरिए आपके सभी जिज्ञासु प्रश्नों का उत्तर हम देंगे।
हम आपकों इस लेख के जरिए बताने वाले हैं कि, राधा की मृत्यु किस पाप के कारण हुई थी, इसके अलावा हम आपको इस विषय से जुड़ी हर एक जानकारी इस पोस्ट में देने वाले हैं।
राधा की मृत्यु किस पाप के कारण हुई थी?
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दोस्तों यदि आप भी जानना चाहते हैं कि, राधा की मृत्यु किस पाप के कारण हुई थी तो बताते चलूं कि, राधा की मृत्यु किसी भी पाप के कारण नहीं हुई थी। इस बात को लेकर कई मत है, कई जगहों पर सुनने में आता है कि, राधा की मृत्यु किसी पाप के कारण हुई थी, लेकिन दोस्तों आपने जहां पर भी यह बात सुनी है, वह बात पूरी तरह से गलत है, क्योंकि राधा की मृत्यु किसी भी पाप के कारण नहीं हुई थी।
वहीं दूसरे तथ्यों पर ध्यान दिया जाए तो, राधा की मृत्यु किस कारण हुई थी, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि हिंदू धर्म के पौराणिक ग्रंथों के अनुसार ऐसा माना गया है कि श्री राधा रानी अपने अंतिम दिनों में भगवान श्री कृष्ण से मिलने के लिए द्वारिका गई थी, और जब काफी सालों बाद कृष्ण ने राधा को देखा तो है काफी प्रसन्न हो गए थे, और ऐसे में राधा कृष्ण के महल में रहने लगी थी।
इसके बाद काफी दिनों के बाद कृष्ण के महल में राधा को ऐसा लगा कि वह आकर्षण से पहले की तरह मन से जुड़ी हुई नहीं है। यानी कि कृष्ण और राधा के बीच में पहले जो लगाव था , वह बाद में खत्म हो गया था। ऐसे में राधा ने कृष्ण को बिना बताए ही कृष्ण का महल छोड़ने का निर्णय ले लिया था। श्री राधा को लगता है, कि वह कृष्ण से दूर होकर उनके मन से जुड़ सकती है।
जब राधा के जीवन के कुछ क्षण रह गए थे, तब भगवान श्री कृष्ण ने राधा की जीवन की आखिरी इच्छा पूछी। जिसके उत्तर में राधा ने कहा कि वह आपको बांसुरी बजाते हुए देखना चाहती हूं। जैसे ही श्री कृष्ण ने बांसुरी को बजाना शुरू किया, तो राधा कृष्ण की बांसुरी की धुन सुनते सुनते उन्होंने अपने देह को त्याग दिया था। तो दोस्तों इस तरह से राधा की मृत्यु हुई थी। ना कि राधा की मृत्यु किसी पाप के कारण हुई थी।
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राधा ने शादी क्यों नहीं की थी?
दोस्तों अब आपके मन में प्रश्न उठ रहा होगा कि, यदि राधा और कृष्ण के इतना अधिक प्रेम था तो दोनों ने विवाह क्यों नहीं किया। यदि दोस्तों आपके मन में भी यह सवाल है, तथा आप भी इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि राधा और कृष्ण पूरी दुनिया को यह बताना चाहते थे, कि प्रेम और शादी दोनों अलग-अलग बस तू यह होती है प्रेम निस्वार्थ भावना होती है, इसके अलावा शादी एक प्रकार का समझौता होता है, तथा एक प्रकार का संबंध होता है।
दोस्तों पोस्ट के जरिए हमने आपकों बताया कि राधा की मृत्यु किस बात के कारण हुई थी, इसके अलावा इस विषय से जुड़ी अन्य जानकारी अभी हमने आपके साथ शेयर की है। हमें पूरा विश्वास है कि, हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपकों पसंद आई होगी, फिर तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से कुछ नया जानने को मिला है। यदि आपके मन में कोई सवाल है तो हमें कंमेट कर लिखें, हमें उत्तर देने में बेहद ही खुशी होगी।
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निष्कर्ष
आशा है या आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया हुआ इस आर्टिकल में हमने बताया राधा की मृत्यु किस पाप के कारण हुई थी (raadha kee mrtyu kis paap ke kaaran huee thee) के बारे मे संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो आप अपने दोस्तों के साथ भी Share कर सकते हैं अगर आपको कोई भी Question हो तो आप हमें Comment कर सकते हैं हम आपका जवाब देने की कोशिश करेंगे।
FAQ
राधा को श्राप क्यों मिला?
गोलोक में श्रीकृष्ण और राधा एक साथ निवास करते थे। एक बार, राधा की अनुपस्थिति में, कृष्ण विरजा नाम की एक गोपिका से प्रेम कर रहे थे। तब राधा वहां पहुंची और कृष्ण और विरजा का अपमान किया। इसके बाद राधा ने विरजा को पृथ्वी पर एक गरीब ब्राह्मण के रूप में पीड़ित होने का श्राप दिया।
राधा की उम्र कितनी थी?
बहुत कम लोग जानते होंगे कि राधा जी भगवान श्री कृष्ण से 3 वर्ष 11 माह बड़ी थीं। मान्यता है कि जब भगवान श्री कृष्ण ने रासलीला की थी। उस समय वे सात वर्ष के थे और वृन्दावन छोड़ने के समय वे ग्यारह वर्ष के थे।
राधा के कितने बच्चे हैं?
कर्ण का पालन-पोषण अधिरथ की पत्नी राधा ने किया, इसलिए कर्ण को राधेय या राधा का पुत्र भी कहा जाता है। ‘अंग’ देश के राजा कर्ण की पहली पत्नी का नाम वृषाली था। वृशाली से उन्हें वृषसेन, सुषेण, वृशकेत नाम के 3 पुत्र हुए। दूसरे सुप्रिया को चित्रसेन, सुशर्मा, प्रसेन, भानुसेन नामक 3 पुत्र हुए।
भगवान श्री कृष्ण बांसुरी क्यों तोड़ी?
कृष्ण जानते थे कि उनका प्रेम अमर है, फिर भी वे राधा की मृत्यु को सहन नहीं कर सके। कृष्ण ने प्रेम के प्रतीकात्मक अंत के रूप में बांसुरी को तोड़कर झाड़ी में फेंक दिया। तब से श्री कृष्ण ने जीवन भर बांसुरी या कोई अन्य वाद्य यंत्र नहीं बजाया।
राधा का असली पति कौन था?
रायण को रापना या अयंगघोष के नाम से भी जाना जाता था। पूर्व जन्म में राधा के पति रायण गोलोक में श्रीकृष्ण के गोप का अंग थे।