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101+ Best Chanakya Quotes in Hindi: जीवन बदलने वाले अनमोल विचार 

101+ Best Chanakya Quotes in Hindi: जीवन बदलने वाले अनमोल विचार 

यदि आप जीवन को बदलने वाले Best Chanakya Quotes in Hindi की तलाश में हैं, तो आप सही जगह पर हैं। आचार्य चाणक्य, एक ऐसा नाम जो ज्ञान, रणनीति और दूरदर्शिता का पर्याय है। इतिहास के पन्नों में शायद ही कोई ऐसा विद्वान हुआ हो जिसने मानव जीवन, समाज और राजनीति का इतनी गहराई से विश्लेषण किया हो। उनके द्वारा रचित ‘चाणक्य नीति’ सदियों बाद भी उतनी ही प्रासंगिक और मूल्यवान है, जो हमें जीवन के हर मोड़ पर सही रास्ता दिखाती है।

चाणक्य की शिक्षाएं केवल किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक कला हैं। वे हमें सिखाती हैं कि कैसे सफलता प्राप्त करें, मित्र और शत्रु में भेद करें, और एक सुखी व सम्मानित जीवन व्यतीत करें। आज इस लेख में हम आचार्य चाणक्य के कुछ सबसे प्रभावशाली और Best Chanakya Quotes in Hindi को उनके गहरे अर्थों के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं, ताकि आप इन सूत्रों को अपने जीवन में उतारकर सफलता की नई ऊंचाइयों को छू सकें।

“संपूर्ण कुल की रक्षा के लिए एक व्यक्ति का; संपूर्ण ग्राम की रक्षा के लिए एक कुल का; संपूर्ण प्रदेश की रक्षा के लिए एक ग्राम का; और अपनी रक्षा के लिए यदि संपूर्ण पृथ्वी का भी त्याग करना पड़े, तो निःसंकोच कर देना चाहिए।”
– आचार्य चाणक्य

यह एक सूत्र ही चाणक्य की असाधारण सोच को दर्शाता है। चलिए, उनके ऐसे ही कुछ और अमूल्य विचारों के सागर में गोता लगाते हैं।

सफलता और आत्मविश्वास के लिए Best Chanakya Quotes in Hindi

सफलता की राह में चाणक्य के विचार एक मशाल की तरह हैं। ये सूत्र आपको न केवल प्रेरित करेंगे बल्कि आपको सही निर्णय लेने में भी मदद करेंगे। सफलता के लिए ये Best Chanakya Quotes in Hindi किसी मार्गदर्शक से कम नहीं हैं।

  1. “जिसके पास बुद्धि है, बल भी उसी के पास है। बुद्धिहीन का बल निरर्थक है। बुद्धि के बल पर ही एक चतुर खरगोश ने अहंकारी शेर को कुएँ में गिराकर मार डाला था।”

    • भावार्थ: शारीरिक शक्ति से कहीं अधिक शक्तिशाली मानसिक शक्ति यानी बुद्धि होती है। ज्ञान और विवेक से आप बड़ी से बड़ी चुनौती पर भी विजय पा सकते हैं।

  2. “किसी भी कार्य की योजना को मन में ही रखना चाहिए, उसे वाणी से प्रकट न करें। जब तक वह योजना कार्य रूप में परिणत न हो जाए, उसे एक गुप्त मंत्र की तरह सुरक्षित रखें।”

    • भावार्थ: अपने लक्ष्य और योजनाओं का ढिंढोरा पीटने से वे अक्सर असफल हो जाती हैं। जब तक सफलता न मिले, चुपचाप अपने काम पर ध्यान केंद्रित करें।

  3. “आलस्य के कारण और बिना अभ्यास के प्राप्त की गई विद्या भी नष्ट हो जाती है। दूसरे के हाथ में गया धन वापस नहीं आता। थोड़ा बीज डालने से खेत नहीं फलता और सेनापति के बिना सेना युद्ध नहीं जीत सकती।”

    • भावार्थ: सफलता के लिए निरंतर अभ्यास, सही निवेश और कुशल नेतृत्व अनिवार्य है। आलस्य और लापरवाही आपकी सबसे बड़ी संपत्ति को भी नष्ट कर सकते हैं।

  4. “बीती हुई घटना का शोक नहीं करना चाहिए, और न ही भविष्य की चिंता करनी चाहिए। बुद्धिमान केवल वही हैं जो सिर्फ वर्तमान में सोच-विचार करते हैं।”

    • भावार्थ: अतीत के बोझ और भविष्य की चिंता में डूबे रहने वाला व्यक्ति वर्तमान के अवसरों को खो देता है। सफलता का रहस्य वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करने में है।

  5. “मेहनत करने पर गरीबी दूर हो सकती है, ईश्वर का नाम जपने से पाप नष्ट हो सकता है, चुप रहने से कलह समाप्त हो सकता है और जागते रहने से भय खत्म हो सकता है।”

    • भावार्थ: पुरुषार्थ, भक्ति, मौन और जागरूकता – ये चार गुण जीवन की बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं।

व्यवहार, मित्रता और शत्रुता पर चाणक्य नीति

आपके आसपास के लोग आपके जीवन की दिशा तय करते हैं। चाणक्य ने मित्र और शत्रु को पहचानने के अद्भुत सूत्र दिए हैं। इन Best Chanakya Quotes in Hindi से आप रिश्तों की जटिलताओं को आसानी से समझ सकते हैं।

  1. “जो पीठ पीछे आपकी बुराई करे और सामने मीठी बातें करे, ऐसे मित्र को उसी तरह त्याग देना चाहिए, जैसे विष से भरे घड़े को, जिसके मुख पर दूध लगा हो, छोड़ देते हैं।”

    • भावार्थ: कपटी और दोहरे चरित्र वाले मित्रों से हमेशा सावधान रहें। वे आपके सबसे बड़े शत्रु होते हैं जो मित्र का वेश धारण किए रहते हैं।

  2. “बैलगाड़ी से पाँच हाथ, घोड़े से दस हाथ, और हाथी से सौ हाथ दूर रहना चाहिए, लेकिन दुष्ट इंसान से बचने के लिए अगर देश भी छोड़ना पड़े तो छोड़ देना चाहिए।”

    • भावार्थ: दुष्ट व्यक्ति की संगत किसी भी हिंसक पशु से अधिक खतरनाक होती है। ऐसे लोगों से दूरी बनाना ही बुद्धिमानी है।

  3. “नौकरों की परीक्षा आज्ञापालन से, भाई-बंधुओं की परीक्षा संकट में, मित्रों की परीक्षा मुसीबत में और पत्नी की परीक्षा गरीबी में होती है।”

    • भावार्थ: रिश्तों की असली पहचान मुश्किल समय में ही होती है। सुख के साथी तो बहुत मिलते हैं, पर दुःख में साथ देने वाला ही सच्चा हितैषी होता है।

  4. “सांप, राजा, बर्र (ततैया), बच्चा, शेर, कुत्ता और मूर्ख, इन सात को सोते से कभी नहीं जगाना चाहिए, वरना अपनी ही हानि होती है।”

    • भावार्थ: कुछ लोगों या परिस्थितियों को छेड़ना हमेशा विनाशकारी होता है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि कब और कहाँ हस्तक्षेप नहीं करना है।

  5. “लोभी को पैसे से, घमंडी को हाथ जोड़कर, मूर्ख को उसकी इच्छा पूरी करके और विद्वान को सत्य बोलकर वश में किया जा सकता है।”

    • भावार्थ: हर व्यक्ति को नियंत्रित करने का तरीका अलग होता है। एक बुद्धिमान व्यक्ति दूसरों के स्वभाव को समझकर ही उनसे व्यवहार करता है।


तुलना तालिका: चाणक्य नीति के अनुसार सज्जन और दुष्ट व्यक्ति

गुण (Attribute)सज्जन व्यक्ति (Virtuous Person)दुष्ट व्यक्ति (Wicked Person)
दूसरों की सफलता पर प्रतिक्रियादूसरों की समृद्धि देखकर प्रसन्न होता है।दूसरों को मुसीबत में देखकर प्रसन्न होता है।
ज्ञान का उपयोगज्ञान का उपयोग लोक कल्याण और आत्म-सुधार के लिए करता है।ज्ञान का उपयोग दूसरों को नीचा दिखाने और नुकसान पहुँचाने में करता है।
मित्रता का स्वभावसामने और पीछे, दोनों जगह समान व्यवहार करता है।सामने मीठा बोलता है और पीठ पीछे बुराई करता है।
धन का दृष्टिकोणधन को साधन मानता है और दान-धर्म में उपयोग करता है।धन के प्रति लोभी होता है और उसे ही सब कुछ समझता है।
वाणी का प्रयोगमधुर और सत्य वचन बोलता है।कठोर और कटु वाणी का प्रयोग करता है।

सुखी और संतुष्ट जीवन के रहस्य (Chanakya Quotes on Happiness)

चाणक्य के अनुसार, सुख बाहरी वस्तुओं में नहीं, बल्कि आंतरिक गुणों और सही जीवनशैली में निहित है। ये विचार आपको वास्तविक खुशी का मार्ग दिखाएंगे।

  1. “जिसका पुत्र आज्ञाकारी हो, जिसकी स्त्री पति के अनुसार चलने वाली (पतिव्रता) हो, और जो अपने पास उपलब्ध धन से ही संतुष्ट हो, ऐसे इंसान के लिए स्वर्ग इसी धरती पर है।”

    • भावार्थ: एक सुखी पारिवारिक जीवन और संतोष की भावना ही वास्तविक स्वर्ग है। भौतिक सुख क्षणिक होते हैं।

  2. “इस दुनिया में ऐसा कौन है जिसके कुल में कोई दोष न हो? ऐसा कौन है जो कभी रोग से पीड़ित न हुआ हो? ऐसा कौन है जिसे व्यसन ने न घेरा हो और ऐसा कौन है जिसे हमेशा सुख ही मिला हो?”

    • भावार्थ: जीवन सुख और दुःख का मिश्रण है। कोई भी व्यक्ति पूर्ण नहीं है। इसलिए, दूसरों की कमियों पर ध्यान देने के बजाय स्वयं को बेहतर बनाने का प्रयास करना चाहिए।

  3. “अति सुंदर होने के कारण सीता का हरण हुआ, अति अभिमानी होने से रावण का नाश हुआ, और अति दान करने से राजा बलि का सर्वस्व चला गया। इसलिए ‘अति’ सर्वत्र वर्जित है।”

    • भावार्थ: किसी भी चीज की अधिकता हानिकारक होती है। जीवन में संतुलन बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है।

  4. “जो व्यक्ति धन-धान्य के लेन-देन में, विद्या सीखने में, खाने-पीने में और व्यवहार में संकोच नहीं करता, वह हमेशा सुखी रहता है।”

    • भावार्थ: लज्जा या संकोच कई बार प्रगति में बाधक बन जाते हैं। जहाँ आवश्यक हो, वहाँ स्पष्ट और निस्संकोच होना चाहिए।

  5. “दान से गरीबी का नाश होता है, चरित्र से दुर्गति का नाश होता है, प्रज्ञा (शुद्ध बुद्धि) से अज्ञान का नाश होता है और सद्भावना से भय का नाश होता है।”

    • भावार्थ: हमारे अच्छे कर्म और गुण ही हमारी समस्याओं का स्थायी समाधान हैं। दान, शील, ज्ञान और भावना, ये चार स्तंभ सुखी जीवन का आधार हैं।

परिवार, समाज और शिक्षा पर चाणक्य के विचार

चाणक्य ने एक सुदृढ़ समाज की नींव शिक्षित और संस्कारी परिवार को माना है। आइए, अब परिवार और रिश्तों पर कुछ बेहतरीन Chanakya Quotes in Hindi देखते हैं।

  1. “वह माता शत्रु है और पिता बैरी है, जो अपनी संतान को शिक्षित नहीं करते। अशिक्षित संतान बुद्धिमानों के बीच वैसे ही शोभित नहीं होती, जैसे हंसों के झुंड में बगुला।”

    • भावार्थ: संतान को शिक्षा और संस्कार देना माता-पिता का सबसे बड़ा कर्तव्य है। शिक्षा के बिना मनुष्य पशु समान है।

  2. “पुत्र को पाँच वर्ष तक लाड-प्यार करना चाहिए, फिर दस वर्ष तक उसकी ताड़ना करनी चाहिए (अनुशासन सिखाना चाहिए) और जब वह सोलह वर्ष का हो जाए, तो उसके साथ मित्र जैसा व्यवहार करना चाहिए।”

    • भावार्थ: आयु के अनुसार संतान के पालन-पोषण का तरीका बदलना चाहिए। यह एक संतुलित और सफल परवरिश की कुंजी है।

  3. “जिस प्रकार एक ही उत्तम वृक्ष अपने पुष्पों की सुगंध से सारे वन को सुगंधित कर देता है, उसी तरह एक ही सुपुत्र अपने गुणों से सारे कुल को यशस्वी बना देता है।”

    • भावार्थ: सौ गुणहीन पुत्रों से एक गुणवान पुत्र कहीं बेहतर है। संतान की संख्या नहीं, बल्कि उनके संस्कार और गुण महत्वपूर्ण होते हैं।

  4. “बुद्धिमान व्यक्ति को उच्च कुल की सामान्य रूप वाली कन्या से भी विवाह कर लेना चाहिए, लेकिन नीच कुल की अत्यंत सुंदर कन्या से भी विवाह नहीं करना चाहिए।”

    • भावार्थ: विवाह में सुंदरता से अधिक महत्व संस्कारों और कुल की मर्यादा का होता है। एक संस्कारी साथी ही परिवार को जोड़कर रख सकता है।

  5. “जिस देश में सम्मान न हो, जहाँ आजीविका का साधन न हो, जहाँ बंधु-बांधव न हों और जहाँ विद्या प्राप्ति का साधन न हो, उस स्थान को तुरंत त्याग देना चाहिए।”

    • भावार्थ: मनुष्य की प्रगति के लिए एक अनुकूल वातावरण आवश्यक है। जहाँ विकास की संभावनाएं न हों, वहाँ रहना व्यर्थ है।


HowTo: इन Best Chanakya Quotes in Hindi को जीवन में कैसे अपनाएं?

आचार्य चाणक्य की नीतियां केवल पढ़ने के लिए नहीं हैं, बल्कि जीवन में उतारने के लिए हैं। यहाँ कुछ सरल चरण दिए गए हैं जिनसे आप इन शिक्षाओं को अपने जीवन का हिस्सा बना सकते हैं।

चरण 1: आत्म-विश्लेषण करें (Analyze Yourself)
सबसे पहले अपनी शक्तियों और कमजोरियों को पहचानें। चाणक्य कहते हैं कि जो खुद को नहीं जानता, वह दुनिया को नहीं जीत सकता। एक डायरी में लिखें कि आप किन क्षेत्रों में अच्छे हैं और कहाँ सुधार की आवश्यकता है।

चरण 2: लक्ष्य स्पष्ट करें (Set Clear Goals)
यह जानें कि आप जीवन में क्या हासिल करना चाहते हैं। एक स्पष्ट लक्ष्य के बिना आपकी सारी ऊर्जा व्यर्थ जाएगी। अपने लक्ष्यों को छोटा, मध्यम और दीर्घकालिक श्रेणियों में विभाजित करें।

चरण 3: अपनी योजनाओं को गुप्त रखें (Keep Your Plans Secret)
जब तक आपका कार्य सफल न हो जाए, अपनी योजनाओं की चर्चा किसी से न करें। यह Best Chanakya Quotes in Hindi में दी गई सबसे महत्वपूर्ण शिक्षाओं में से एक है।

चरण 4: सही संगति चुनें (Choose the Right Company)
अपने मित्रों और करीबियों का चुनाव बहुत सोच-समझकर करें। सकारात्मक, बुद्धिमान और भरोसेमंद लोगों के साथ रहें। दुष्ट और नकारात्मक लोगों से तत्काल दूरी बना लें।

चरण 5: निरंतर सीखते रहें (Keep Learning Continuously)
ज्ञान ही आपकी सबसे बड़ी शक्ति है। हर दिन कुछ नया सीखने का प्रयास करें, चाहे वह किताबों से हो, अनुभवों से हो या दूसरों की गलतियों से।

चरण 6: वर्तमान में जिएं (Live in the Present)
अतीत पर पछतावा न करें और भविष्य की अत्यधिक चिंता न करें। अपनी पूरी ऊर्जा और ध्यान अपने वर्तमान कार्यों पर केंद्रित करें। यही सफलता का मूल मंत्र है।


चाणक्य के विविध अनमोल सूत्र (More Chanakya Quotes)

  1. “अन्न की अपेक्षा पिसे हुए आटे में दस गुना अधिक शक्ति होती है, आटे से दस गुना दूध में, दूध से आठ गुना मांस में और मांस से भी दस गुना घी में शक्ति होती है।”

  2. “जिस धर्म में दया न हो, उसे त्याग देना चाहिए। जिस गुरु के पास विद्या न हो, उसे त्याग देना चाहिए। जो स्त्री सदा क्रोध में रहे, उसे त्याग देना चाहिए और जिन बंधुओं में स्नेह न हो, उन्हें भी त्याग देना चाहिए।”

  3. “तेल मालिश करवाने पर, चिता का धुआँ लगने पर, हजामत बनवाने पर और संभोग करने पर, जब तक इंसान स्नान नहीं कर लेता, वह अपवित्र ही रहता है।”

  4. “कोयल की सुंदरता उसकी बोली में है, स्त्री की सुंदरता उसके पातिव्रत धर्म में, कुरूप की सुंदरता उसकी विद्या में और तपस्वी की सुंदरता उसकी क्षमा में होती है।”

  5. “विदेश में विद्या मित्र होती है, घर में पत्नी मित्र होती है, बीमार व्यक्ति का मित्र औषधि है और मरने वाले व्यक्ति का मित्र उसका धर्म (पुण्य कर्म) होता है।”

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Questions – FAQs)

प्रश्न 1: आचार्य चाणक्य कौन थे?
उत्तर: आचार्य चाणक्य (लगभग 375-283 ईसा पूर्व) एक महान शिक्षक, दार्शनिक, अर्थशास्त्री और मौर्य साम्राज्य के संस्थापक सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के मुख्य सलाहकार थे। उन्होंने ‘अर्थशास्त्र‘ और ‘चाणक्य नीति’ जैसे प्रसिद्ध ग्रंथों की रचना की, जिनमें दिए गए Best Chanakya Quotes in Hindi आज भी प्रेरणा देते हैं।

प्रश्न 2: क्या चाणक्य नीति आज भी प्रासंगिक है?
उत्तर: जी हाँ, बिल्कुल। चाणक्य नीति में दिए गए सिद्धांत मानव स्वभाव, व्यवहार, और नैतिकता पर आधारित हैं, जो सार्वभौमिक हैं। उनके द्वारा बताए गए सफलता, नेतृत्व और सुखी जीवन के सूत्र आज के आधुनिक जीवन में भी उतने ही उपयोगी और प्रासंगिक हैं।

प्रश्न 3: चाणक्य नीति का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: चाणक्य नीति का मुख्य संदेश है कि एक व्यक्ति को धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष में संतुलन बनाते हुए एक व्यावहारिक, नैतिक और सफल जीवन जीना चाहिए। यह हमें सिखाती है कि बुद्धि, विवेक और सही आचरण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

प्रश्न 4: चाणक्य के अनुसार सबसे बड़ा धन क्या है?
उत्तर: चाणक्य के अनुसार, ज्ञान (विद्या) ही मनुष्य का सबसे बड़ा धन है। यह एक ऐसा धन है जिसे न कोई चुरा सकता है, न कोई छीन सकता है और यह बांटने से और बढ़ता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

आचार्य चाणक्य केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचार हैं। उनके द्वारा दिए गए Best Chanakya Quotes in Hindi आज भी उतने ही खरे और प्रासंगिक हैं, जितने वे अपने समय में थे। यह ज्ञान का ऐसा खजाना है जो हमें जीवन की हर चुनौती का सामना करने की शक्ति देता है। इन विचारों को पढ़ें, मनन करें और अपने जीवन में उतारने का प्रयास करें। आप निश्चित रूप से अपने जीवन में एक सकारात्मक और शक्तिशाली बदलाव महसूस करेंगे।

आपको कौन-सा चाणक्य विचार सबसे अधिक प्रेरित करता है? नीचे कमेंट्स में हमें अवश्य बताएं और इस ज्ञानवर्धक लेख को अपने मित्रों और परिवार के साथ साझा करना न भूलें।

KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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