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Artificial Intelligence (AI) क्या है? और कितने प्रकार की होती है?

Artificial Intelligence (AI) क्या है? वर्तमान समय में हम AI तकनीक से घिरे हुए हैं। फिर चाहे वह मोबाइल फोन हो या म्युजिक सुनने वाला स्पीकर सभी वस्तुएं AI तकनीक के आधार पर कार्य करती है। लेकिन क्या आपने AI नाम सुना है। यदि पुर्व से नाम सुना होगा तो भी इसके बारे में सभी आवश्यक जानकारियों के बारे में संपूर्ण ज्ञान नहीं होगा। इसी संदर्भ में आज हम इस रोचक पोस्ट के जरिए आपाकों Artificial Intelligence क्या होता है? आप अपना करियर Artificial Intelligence के क्षेत्र में किस प्रकार बना सकते है। AI Marketing क्या है? उक्त तमाम काम की जानकारियां आपको इसी पोस्ट के जरिए देने वाले हैं।

दोस्तों हमें पूरा विश्वास है कि, यदि आप यह पोस्ट पूरा पढ़ लेते है, तो आपको AI के बारे में कोई अतिरिक्त जानकारी इंटरनेट पर ढूंढ़ने के लिए किसी दूर लेख पर जाने की जरूरत महसूस नहीं होगी। वर्तमान समय में Artificial Intelligence बेहद ही तेजी से बढ़ रहा है, आज के समय में कई ऐसी मशीन है, जो बिल्कुल इंसानों की तर्ज पर दैनिक कार्य करती है, इतना ही नहीं कुछ मशीन इंसानों की तरह सोच समझकर निर्णय लेने में भी समर्थ है।

आपकों बता दूं कि,  AI को हिंदी में कृत्रिम बुद्धिमत्ता भी कहते है। वर्तमान समय में 24×7 इंसान AI तकनीक से घिरा हुआ है। जब सुबह एक इंसान सो कर उठा है, तो वह चारों और कृत्रिम मशीनों से होता है, जैसे मोबाइल, पंखा, AC, फ्रीज़, कूलर, गीजर, कंप्यूटर, यहाँ तक की गाड़ियों में भी आज के समय में बहुत सी वस्तुएं को AI द्वारा फिक्स या लैस कर दिया गया है, जो समय आने पर आटोमेटिक एक्टिवेट हो जाती है।

इन सबके बावजूद वर्तमान में ऐसी बहुत कम मशीने है, जो बिना इंसान के कार्य करती है। लेकिन आने वाले समय में जिस तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का उपयोग बढ़ रहा है सब कुछ आटोमेटिक हुआ करेगा। इसे देखकर कई लोगो के मन में एक सवाल और आता है, की क्या आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानो के लिए खतरा है? उक्त सभी जिज्ञासू प्रश्नों के जवाब जानने से पहले हम समझ लेते है कि, , Artificial Intelligence क्या होता है –

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है (What is AI in Hindi)

Table of Contents

जैसा कि उपरोक्त लेख में आपकों बताया है कि, Artificial Intelligence को हिंदी में कृत्रिम बुद्धि कहते है। इसके अंतर्गत मानव और जंतुओं की प्राकृतिक बुद्धि के विपरीत मशीनों की बुद्धि को प्रदर्शित किया जाता है। उदाहरण के तौर पर समझे तो – यदि हमें एक टाइगर का रोबोट बनाना हो तो, तो वैज्ञानिक प्राकृतिक टाइगर की सभी तरह की गतिविधियों को रोबोट में डालेंगे, जिससे की वह एक वास्तविक टाइगर की तरह दिखाई देने लगेगा।

सरल भाषा में कहा जाए तो Artificial Intelligence के अंतर्गत इस तरह की मशीनों को बनाया जाता है, जो स्वयं मानव की तरह सोचने और समझने में सक्षम हो। जिसके बाद जिस काम के लिए उस मशीन को बनाया गया है, उसमे किसी भी इंसान की मदद की आवश्यकता ना हो।

जिस प्रकार से एक इंसान अपने मस्तिष्क की मदद से किसी भी परेशानियों का हल ढूंढ लेता है, ठीक उसी प्रकार से आज कल की मशीन AI की मदद से ऑटोमैटिक Troubleshooting करके परेशानियों और त्रुटियों का पता लगा लेती है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कुछ बेहतरीन उदहारण टेस्ला कार, डिजिटल एप्लीकेशन, और अलेक्सा है। इन सभी वस्तुओं से आप परिचित है।

Artificial Intelligence के उदाहरण

आमतौर पर AI के असंख्य उदहारण है (Artificial Intelligence Examples) लेकिन पोस्ट के जरिए  हम सिर्फ कुछ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उदहारण के बारे में जानेगे। ताकि आपकों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में और अच्छी तरह से समझ में आ जाए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को Machine Learning के रूप में भी जाना जाता है। वर्तमान में पूरी दुनिया में Machine Learning की वजह से एक क्रांति आई हुई है। आइये जानते है, AI के कुछ बेहतरीन उदहारण के बारे में –

1. Text Editors or Autocorrect

Autocorrect आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक बहुत बड़ा उदहारण है। जब भी हम कुछ गलत लिखते है, तो Autocorrect हमारे द्वारा लिखे गए टेक्स्ट को ऑटोकरेक्ट करके हमें उसे सही करने के लिए सुझाव देता है। इसके अंदर डीप मशीन लर्निंग का उपयोग किया गया है, जो की प्राकृतिक भाषा का प्रसंस्करण करता है। हमें ऐसा अनुभव होता है, जैसे की मशीन को व्याकरण सिखाया गया हो।

2. Search Recommendation Algorithms

जब भी हम इंटरनेट पर कुछ सर्च करते है, या फिर हमें कुछ ऑनलाइन खरीदना होता है, तो हम गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन में जाकर सर्च करते है। इसके बाद हमारे सामने आटोमेटिक जो भी चीज हमने सर्च की है, उसके विज्ञापन आना शुरू हो जाते है। इस तरह के AI सिस्टम को यूजर के व्यवहार और उसकी रूचि के आधार पर उसके डाटा से ट्रेस किया जाता है। इसके पीछे भी डीप मशीन लर्निंग का बहुत बड़ा महत्व होता है।

3. Amazon Alexa

Artificial Intelligence का बहुत ही शानदार उदहारण Amazon Alexa भी है। Amazon Alexa एक तरह का वॉइस असिस्टेंट है, जिसका इस्तेमाल स्मार्टफोन और अमेज़न के कुछ अन्य प्रोडक्ट के लिए भी किया जाता है। आप अमेज़न अलेक्सा की सहायता से कुछ सवाल पूछ सकते है। वह आपकों उसका जबाब कुछ ही क्षण में सर्च करके देता है। इसके अलावा आप अलेक्सा के साथ बात भी कर सकते है। अलेक्सा का इस्तेमाल घर के स्मार्ट-होम गैजेट्स को कण्ट्रोल करने के लिए भी किया जाता है।

4. Siri

Siri उन लोगो के लिए एक आम बात है, जो Apple के उत्पादों का उपयोग करते है। कारण सीरी Apple कम्पनी द्वारा बनाया गया एक Assistant है। यह भी अमेज़न अलेक्सा की तर्ज पर ही कार्य करता है। आप Siri की सहायता से इंटरनेट द्वारा किसी भी प्रकार की जानकारी को खोज सकते है। आप Siri की मदद लेकर किसी भी नंबर पर Call कर सकते है, और भी बहुत से कार्य आप अपने Virtual Assistant, Siri की मदद से कर सकते है।

5. Tesla Autopilot

Tesla दुनिया की एक बहुत बड़ी जानी मानी टेक्नोलॉजी कम्पनी है, जो की स्मार्टफोन, ऑटोमोबाइल और अन्य कई क्षेत्रो में अपना परचम लहराए हुए है। टेस्ला ने Artificial Intelligence की सहायता से Tesla Autopilot Car बनाने का फैसला किया है। Elon Musk ने वर्ष 2013 में एक इवेंट के दौरान उपस्थितों को कहा था, जब ऐरोप्लेन Autopilot पर चल सकते है, तो फिर कार क्यों नहीं चल सकती। इसके बाद टेस्ला ने अपनी Autopilot कार को बनाने का कार्य शुरू कर दिया। यह कार AI का एक बेहतरीन उदहारण है।

6. Google Map

Google Map के बारे में तो हम सभी लोग भली भांती परिचित हैं, यदि हमें कही भी जाना होता है, और हमें उस जगह के बारे में कुछ भी पता नहीं होता है। तो ऐसे में हम रास्ता पूछने या देखने के लिए Google Map का इस्तेमाल करते है। गूगल ने अपने इस प्रोडक्ट में AI का सबसे अच्छा इस्तेमाल किया है। गूगल मेप रास्ता और ट्रैफिक के बारे में बताने के लिए डीप मशीन लर्निंग का इस्तेमाल किया गया है। जिसमें गूगल मैप सभी पुराने डाटा, पुराने ट्रैफिक पैटर्न, आस पास का स्थानीय और सरकारी डाटा आदि सभी को मिलकर हमें रियल टाइम जानकारी प्रदान करता है।

7. Google Lens

Google Lens गूगल का ही एक और प्रोडक्ट है, जो पूरी तरह से AI Based है। गूगल लेंस की सहायता से सबसे फ़ास्ट और आसान तरीके से सटीक जानकारी को खोजा जा सकता है। यदि आपकों किसी भी इमेज के जरिए किसी प्रकार की कोई जानकारी चाहिए, तो आप अपने फ़ोन में गूगल लेंस को खोलकर उसे स्कैन कर सकते है, गूगल लेंस इमेज को पढ़कर उससे जुड़ी सभी जानकारियां आपकों सटीक उपलब्ध करवा देता है। जैसे की कोई इंसान किसी भी चीज को पढ़कर उसके बारे में बताता है, ठीक उसी तरह से गूगल लेंस भी कार्य करता है।

AI का इतिहास (History of Artificial Intelligence)

AI का इतिहास वर्ष 1943 का हैं, हालांकि साल 1943 तक Artificial intelligence शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया था। लेकिन इस समय भी कई ऐसी मशीनों को बनाने का प्रयास किया गया, जो की गणित की संख्याओं की गणना कर सके। पहली बार आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस शब्द का इस्तेमाल साल 1950 में किया गया था।

जैसे-जैसे इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर और स्टोर्ड-प्रोग्राम कंप्यूटर की तकनिकी में सुधार आया AI के क्षेत्र में विस्तार होता चला गया। हालांकि इसके बाद भी कई दशक तक कंप्यूटर में ऐसे फीचर्स नहीं है, जो अपने आप किसी मानव के दिमाग की भांति अपने आप संख्याओं की गणना कर सके।

लेकिन कुछ समय बाद Norbert Wiener ने एक रिसर्च में AI की शुरुआत की जिसमे उन्होंने बहुत सी चीजों को ऐसा बनाया जो कुछ हद तक अपने आप गणना कर सकती थी। एक कदम AI की और बढ़ाया और Logic Theorist का निर्माण किया। यह Allen Newell, Herbert A. Simon के द्वारा सन 1955 में बनाया गया दुनिया का पहला AI प्रोग्राम माना जाता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक (Father of Artificial Intelligence)

Artificial Intelligence का जनक John McCarthy को माना जाता है। बावजूद AI मशीनों का विकास साल 1943 में शुरू हुआ लेकिन पहली बार Artificial Intelligence शब्द का इस्तेमाल साल 1956 में John McCarthy ने “The Dartmouth Summer Research Project on Artificial Intelligence” में किया था।

जब उन्होंने उपस्थितों को संबोधन में कहा था, की साइंस और इंजीनियरिंग का इस्तेमाल करके एक ऐसे कंप्यूटर का निर्माण किया जाएँ, जो की मानव की तरह खुद ही सोच समझकर सभी सवालों का उत्तर खोज सकें। आधुनिक समय में हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग बहुत ही आसानी से कर लेते थे, लेकिन उस समय पर जब AI का विकास हुआ तो बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।

सबसे बड़ी परेशानी यह थी, की एक ऐसे कंप्यूटर या मशीन का निर्माण किया जाएं, जो कम में किसी भी समस्यां का हल निकल सके। दूसरी सबसे बड़ी चुनौती यह थी, की जो बिना किसी मानव के अपने आप काम करती रहे। लगातार कई प्रयासों के बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में पहली सफलता सन 1959 में मिली, जब Allen Newell, Herbert A. Simon ने General Problem Solver (GPS) कंप्यूटर प्रोग्राम बनाया था।

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के प्रकार (Types of Artificial Intelligence)

जिस तरह से सभी तरह की टेक्नोलॉजी और प्रोग्राम के प्रकार होते है, उसी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के भी कई प्रकार है। लेकिन वास्तव में AI को चार प्रमुख भागो में बात है, जो की इस प्रकार है –

  • पूर्णत: प्रतिक्रियात्मक (Purely Reactive)
  • सीमित स्मृति (Limited Memory)
  • मस्तिष्क सिद्धांत (Brain Theory)
  • आत्म-जागरूक (Self-Aware)

1. Purely Reactive AI

यह प्रोग्राम सबसे पुरातन AI प्रोग्राम में से एक है। इसकी क्षमता बेहद ही सीमित होती है, इस प्रकार के AI प्रोग्राम से बनाई गयी मशीनों में Memory-Based Functionality नहीं होता है, इसका अर्थ है, की यह मशीनें वर्तमान में कर रहे कार्यों को अपने पहले के अनुभवों का इस्तेमाल नहीं करती है, यानी की यह मशीनें सीखने में सक्षम नहीं है।

इस प्रोग्राम में IBM ने Deep Blue Chess Program को बनाया था, जो की एक Chess प्रोग्राम था, जिसने सन 1990 में शतरंज के ग्रैंडमास्टर गैरी कास्परोव को हराया था। जबकि इस प्रोग्राम के पास पुराना कोई भी डाटा नहीं था, फिर भी यह शतरंज के ग्रैंडमास्टर गैरी कास्परोव को हारने में सफल रहा था। Deep Blue सामने वाले प्रतिद्विंदी की चल को अच्छी तरह से समझने के बाद ही आगे की चल चलता था। आप इससे अंदाजा लगा सकते है, की AI की ताकत क्या है।

2. Limited Memory AI

Limited Memory के अंतर्गत ऐसी AI मशीनें आती है, जो Reactive Program के साथ साथ स्वयं निर्णय लेने में और सीखने में भी सक्षम होती है। जैसे की Deep Education का उपयोग करके बड़ी मात्रा में प्रक्षिशण डाटा को एकतत्रित करके उसके द्वारा सीखती है, जिसके उपयोग से वह भविष्य में होने वाली समस्याओं को हल करने और मॉडल बनाने में सक्षम होती है। उदहारण के लिए : एक फोटो को हजारो फोटो में ढूंढ़ना मुश्किल होता है,

लेकिन वही इस तरह की मशीनें हजारो फोटो को उनके लेवल का उपयोग करके अलग अलग कर देती है, और जब उन्हें स्कैन किया जाता है, तो उनके एक अलग नाम दे दिया जाता है। AI द्वारा जब किसी फोटो को स्कैन किया जाता है, तो यह अपने सीखने के अनुभव के आधार पर सभी फोटो क सटीकता के साथ लेबल कर देता है। जैसे की वर्चुअल असिस्टेंट, चैटबॉट, और वाहनों की सेल्फ ड्राइविंग आदि सभी Limited Memory AI द्वारा संचालित है।

3. Brain Theory AI

हमने ऊपर के दो Artificial Intelligence प्रकार के बारे में पढ़ा है। लेकिन Brain Theroy AI उन दोनों से ज्यादा एडवांस है। हालाकिं अभी यह सिर्फ एक कांसेप्ट है, इसके अंतर्गत ऐसी मशीनें बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जो मानव की तरह सोचे और करने में सक्षम हो। जो की दिखने में भी बिलकुल मानव की तरह हो। यह एक बहुत ही जटिल प्रयास है, लेकिन इस पर कार्य जारी है। हो सकता है, आने वाले समय में हमें ऐसे रोबोट और मशीनें देखने के लिए मिल सकती है, जो बिलकुल इंसानी मस्तिष्क की तरह कार्य करेंगी।

4. Self-Aware

Self-Aware आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डेवलपमेंट का अंतिम चरण है। जिसकी वर्तमान समय में सिर्फ कल्पना की जा सकती है। इस चरण में ऐसी मशीनों को बनाना शामिल है, जो की मानव की तरह सभी सुख, दुःख, को महसूस कर पाए। जिस तरह से इंसान सामने वाले व्यक्ति की भावनाओ को समझता है, ठीक उसी तरह से इन मशीनों को बह इसी तरह से बनाने का प्रयास किया जा रहा है।

जैसा की आपको पहले ही बताया है, की यह अभी के समय सिर्फ एक कल्पना है, लेकिन इस पर तरह तरह की रिसर्च की जा रही है। हो सकता है भविष्य में हमें इस तरह की मशीनें देखने के लिए जरूर मिल सकती है। अगर इस तरह की मशीनों का निर्माण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा हो जाता है, तो यह मानव द्वारा बनाया गए सबसे आधुनिक तकनिकी में से एक होगा।

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AI Kya Hai

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग (Use of Artificial Intelligence)

अभी तक हमने AI क्या है? और इससे जुड़ी बहुत सी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में जाना है। आइये अब जानते है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल (Use of Artificial Intelligence) किन क्षेत्रो में किया जाता है –

1. Healthcare Sector

मेडिकल सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का आज समय में बहुत अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। यदि हम प्राचीन समय की बात करें, तो उस समय पर चिकित्सकों के पास अधिक हाई टेक मशीनें नहीं हुआ करती थी, जिसके कारण वह सही उपचार भी नहीं हो पाता था। लेकिन वर्तमान समय में AI की सहायता से ऐसी ऐसी मशीनों को बनाया गया है, जो इंसान शरीर को स्कैन करके उसकी संपूर्ण बीमारी के बारे में पता लगा लेती है। CT Scan Machine आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का एक बहुत बड़ा उदहारण है, जिसकी सहायता से इंसान के शरीर को आसानी से स्कैन किया जा सकता है।

2. Education System

एजुकेशन क्षेत्र में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में AI का इस्तेमाल ऑनलाइन एग्जाम से लेकर ग्रेडिंग सिस्टम तक सभी कार्यों में होता है। ऑनलाइन एजुकेशन की सहायता से उन छात्रों को भी अच्छी शिक्षा मिल रही है, जो किसी छोटे गांव में रहते है, और पढ़ाई के लिए शहर नहीं जा सकते है। आज बाजार में एजुकेशन के ऐसे बहुत सारे ऐसे गैजेट, और टूल्स है, जिनकी मदद से शिक्षा प्रणाली में बहुत से बदलाव आये है।

3. Finance Sector

दोस्तों यदि हम फाइनेंस सेक्टर के बारे में बात करें, तो आज से बहुत समय पहले सभी चीजे यहाँ पर मेनुअल तरिके से की जाती थी। लेकिन जब से AI का विस्तार हुआ है, तब से Finance सेक्टर में एक क्रांति सी आ गयी है। वर्तमान समय में सभी चीजे ऑनलाइन माध्यम से आटोमेटिक हो जाती है।

चाहे किसी भी कंपनी का Data एनालिसिस करना हो या फिर किसी भी तरह की कोई Personalized Reports तैयार करनी हो सभी चीजों में AI का बहुत बड़ा महत्त्व है। चाहे कोई नया खाता खोलना हो, या फिर किसी ग्राहक का फीडबैक लेना हो, सभी कंपनियों ने अपनी जरुरत के अनुसार AI Chatboat बनाये हुए है।

6. Space Exploration

अंतरिक्ष के रहस्यों के बारे में खोज करना किसी इंसान का कार्य नहीं है, बावजूद इंसान अंतरिक्ष में पहुंच चुका है, लेकिन बार बार मानव को अंतरिक्ष में भेजने पर बहुत अधिक खर्चा होता है। जिसके कारण अधिकांश अंतरिक्ष के कार्य AI द्वारा ही किये जाते है। अंतरिक्ष में भेजने के लिए बहुत से AI उपकरण बनाये जाते है, जो पूरी तरह से Automatic होते है, अंतरिक्ष में पहुंचने पर खुद से ही सारा कार्य करते है, जैसे किसी क्षेत्र की खोज करना वहां की फोटो लेना और भी बहुत से कार्य इसमें शामिल है।

4. Manufacturing

निर्माण उद्योग में भी AI का बहुत बड़ा महत्त्व है। हालाकिं पुराने समय में भी मशीनों का उपयोग किया जाता था, लेकिन आज के समय में जो मशीनें उपयोग की जाती है, उनमे बहुत ज्यादा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाता है। जिसकी वजह से समय की भी बहुत ज्यादा बचत होती है। पहले जो कार्य एक साथ 50 लोग मिलकर करते थे, आज के समय में वो ही कार्य एक मशीन से एक व्यक्ति कर देता है।

इसका सबसे बड़ा उदहारण JCB मशीन है, पहले एक बड़ा गड्डा खोदने में एक साथ बहुत सारे लोगो को लगना पड़ता था, वो ही कार्य आज के समय में एक अकेला व्यक्ति JCB की मदद से कर देता है। आपके मन में आ रहा होगा, की JCB में AI Technology का उपयोग किस तरह से किया गया है।

आपको बता दे, JCB जिन गियर और बटन के माध्यम से चलती है, उसमे AI Technology का ही उपयोग क्या गया है। सिर्फ कुछ गियर और बटन की मदद से वह बहुत ज्यादा वजन उठा लेती है। इसके अलावा और भी बहुत सारी मशीनें है, जिनमे AI का उपयोग किया गया है।

5. Surveillance

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग निगरानी करने के लिए भी बहुत अधिक किया जा रहा है। आज के समय में ऐसे ऐसे सॉफ्टवेयर और टूल्स बन चुके है, जिनकी मदद से किसी को भी आसानी से पहचाना जा सकता है। AI वीडियो कैमरा, AI Computer Program जिनकी मदद से व्यक्ति को स्कैन करके यह भी देखा जा सकता है, की उसने अपने पास में कुछ हथियार आदि तो नहीं छुपाया हुआ है।

Surveillance Machine के अंतर्गत ऐसी भी कई मशीनें है, जो की किसी भी व्यक्ति को पहचान सकती है, अगर एक बार कोई भी व्यक्ति उन मशीनों की नजरो में आ जाता है, तो वह उस व्यक्ति की लम्बाई, चौड़ाई, और उसके कार्य करने की गति, वह किस प्रकार चलता है, सभी चीजे अपने डाटा में स्टोर कर लेती है। और आने वाले समय में उस व्यक्ति को इस तरह की मशीन से आसानी से पहचाना जा सकता है।

अगर हम पुराने समय की बात करें, जिस समय AI नहीं थी, उस समय पर निगरानी के सभी काम व्यक्तियों द्वारा किये जाते थे। जहाँ पर एक चौकीदार रखा जाता था, लेकिन आज के समय पर यह सारा काम कैमरों द्वारा किया जाता है। आप समझ सकते है, की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हमारी दुनिया में आज के समय में कितना बड़ा योगदान है।

6. Agriculture

पुराने समय में कृषि करना बहुत मुश्किल होता था। अगर किसी उबड़ खाबड़ जमीन को ठीक करना होता था, तो उसके लिए बेलों के पीछे पाटा बांधकार जमीन को ठीक किया जाता था। लेकिन आज के समय में कंप्यूटरीकृत मशीनें है, जिन्हे हम ट्रेक्टर के पीछे जोड़कर जमीन को आसानी से इकसार कर सकते है। वह सेंसर की मदद से अपने आप ऊपर निचे होती रहती है, और पूरा उबड़ खाबड़ खेत पूरी तरह से ठीक हो जाता है।

इसी तरह से बहुत सारे ऐसे सॉफ्टवेयर भी आते है, जिन्हे ड्रोन की मदद से कनेक्ट करके हम पुरे खेत पर नजर रख सकते है, इसकी मदद से हम अपने फलों या सब्जियों की खेती को बहुत बारीकी से एक जगह पर बैठे हुए जाँच भी सकते है। इसके अलावा कृषि से सम्बंधित और भी बहुत एडवांस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले टूल है। अगर हम आसान शब्दों में बात करें, तो AI हमारे जीवन के लिए एक वरदान है।

Artificial Intelligence Course Details in Hindi

अभी तक हमने Artificial Intelligence क्या होता है, और इसके प्रकार के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में जाना है। अब हम जानेगे Artificial Intelligence Course क्या है और कैसे करें। अगर आप अपना करियर AI में बनाना चाहते है, तो आपके लिए यह एक सुनहरा अवसर है, क्योकिं आने वाले समय में AI की मांग बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है। क्योकिं सभी चीजे आप ऑटोमैटिक होती जा रही है। आइये जानते है, Artificial Intelligence Courses के बारे में –

Artificial Intelligence Courses

AI एक Multidisciplinary शिक्षा प्रणाली है, जिसमे कई क्षेत्र शामिल है। इसमें सभी कोर्स अलग अलग तरह के होते है। निचे हमें आपको कुछ प्रमुख कोर्स के बारे में बताया है, जिन्हे आप पढ़ सकते है।

  • Advanced Deep Learning and Computer Vision
  • Bachelors in AI
  • BSc Mathematics
  • Computer Science Bachelors [Major AI]
  • Deep Learning with Keras and TensorFlow
  • Master in Engineering (ME)
  • Master of Science in AI
  • Masters in Machine Learning
  • MBA in Data Science
  • MS in Mechanical Engineering
  • MSc Mathematics
  • PhD in Artificial Intelligence
  • PhD in Computer Science
  • PhD in Mathematics

यहाँ पर बताये गए AI Course के अलावा और भी बहुत सारे Artificial Intelligence Course होते है। अधिक जानकारी के लिए आप किसी भी Collage या University में संपर्क कर सकते है, जो AI कोर्स करवाती है। हालाकिं इस लेख में भी आपको कुछ AI Course करवाने वाले कॉलेज की लिस्ट निचे दी गयी है।

Best Colleges in India for Artificial Intelligence

  • All  IIT (Indian Institutes of Technology)
  • Andhra University College of Engineering, Visakhapatnam
  • CV Raman Global University, Bhubaneshwar
  • GKM College of Engineering and Technology, Chennai
  • Indian Maritime University, Chennai
  • Indian Maritime University, Chennai
  • Institutions of Engineers India, Kolkata
  • NIT Surathkal – National Institute of Technology Karnataka
  • Park College of Engineering and Technology, Coimbatore
  • Park College of Engineering and Technology, Coimbatore
  • Shivaji University, Kolhapuri
  • Srinivas Institute of Technology, Mangalore
  • University of Wales – Weill Institute of Science Technology and Advanced Studies

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस योग्यता

जिस तरह से सभी कोर्स को करने के लिए कुछ ना कुछ योग्यता होना आवश्यक है, उसी तरह से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स करने के लिए भी आपके पास कुछ योग्यताओं का होना आवश्यक है। जिनके बारे में पूरी जानकारी निचे दी गयी है –

  • अगर आप AI में मास्टर या बेचलर कोर्स करना चाहते है, तो उसके लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल से 12th पास होना अनिवार्य है।
  • जो छात्र मास्टर डिग्री वाले कोर्स करना चाहते है, उनके पास कंप्यूट साइंस से सम्बंधित क्षेत्र में बेचलर डिग्री होना जरुरी है।
  • AI कोर्स करने के लिए आपके पास JEE Mains, JEE Advanced जैसी परीक्षाओं का स्कोर होना भी अनिवार्य है।
  • अगर आप AI कोर्स करने के लिए विदेश जाना चाहते है, तो इसके लिए आपको IELTS या TOEFL जैसी अंग्रेजी भाषा परीक्षाओं में Graduate Record Examination (GRE) पास करना भी अनिवार्य है।
  • विदेश में AI Course करने से सबमबंधित अधिक जानकारी के लिए आप विदेशी यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर भी जा सकते है।

प्रवेश परीक्षाएं

अगर आप इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स करना चाहते है, तो निचे दी गए प्रवेश परीक्षाएं आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। जिन्हे पास करने के बाद आप भारत और विदेशी विश्वविद्यालय में आसानी से प्रवेश ले सकते है –

  • Joint Entrance Examination (JEE) Mains
  • Joint Entrance Examination (JEE) Advanced
  • All India Council for Technical Education (AICTE)
  • Indian Maritime University Common Entrance Test (IMU CET)
  • Marine Engineering and Research Institute (MERI)
  • Graduate Record Examination (GRE)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में करियर

AI And Machine Learning कोर्स करने के बाद आपके पास बहुत सारी जॉब प्रोफाइल होती है। इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कार्य करने वाली कंपनियों में, गूगल, एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट और बहुत सी कंपनियां है, जहाँ पर आपको आसानी से जॉब मिल सकती है। आप कंप्यूटर साइंस की डिग्री पूरी करने के बाद एआई और मशीन लर्निंग में अपना करियर बना सकते है। निचे आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की कुछ जॉब प्रोफाइल के बारे में बताया गया है, जिनके लिए आप किसी भी कंपनी मन आवेदन कर सकते है –

  • Research Assistant
  • Machine Learning Engineer
  • Big Data Analyst
  • Advisor
  • Software Analyst
  • Algorithm Analyst
  • Ai Analyst
  • Statistical Scientist
  • Programmer
  • Business Intelligence Developer

AI and Machine Learning Salary

किसी भी कोर्स को करने से पहले छात्रों के मन में एक सवाल होता है, की जो कोर्स वह कर रहे है, उसमे कितनी सैलरी होती है। इसी तरह एआई और मशीन लर्निंग में सैलरी कितनी कितनी होती है। आपको बता दें, की आपकी सैलरी आपकी जॉब प्रोफाइल पर निर्भर करती है। इस क्षेत्र में एक मशीन लर्निंग इंजीनियर की सैलरी 3 से 16 लाख रूपये वर्ष होती है।

यह जानकारी भी जरूर पढ़ें :

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न –

AI से आप क्या समझते हैं?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सरल शब्दों में अर्थ होता है, एक ऐसी मशीन जो सोच समझकर खुद निर्णय ले सके। AI कंप्यूटर साइंस का एक सबसे एडवांस रूप माना जाता है। क्योकिं AI की मदद से ऐसी मशीनें बनायी जाती है, जो मानव की तरह सोच समझकर निर्णय ले सकती है।

AI का फुल फॉर्म क्या होता है?

AI का फुल फॉर्म Artificial Intelligence (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) होता है।

AI को हिंदी में क्या कहते है?

AI को हिंदी में कृत्रिम बुद्धि कहते है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का क्या फायदा है?

AI के द्वारा डाटा की सुरक्षा कई गुना बढ़ जाती है। AI की मदद से वाहनों का डाटा कलेक्ट और उसे प्रोसेस करना आसान हो जाता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने वाले समय में मानव जीवन में एक नयी क्रांति लाएगा। जब ज्यादातर होटल और कई जगहों पर मानव की जगह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनाये गए रोबोट कार्य करेंगे।

क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिक्षा का भविष्य है?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा छात्रों के लिए एक ख़ास प्रकार की शिक्षा प्रणाली तैयार की जा रही है। जिसमे इस तरह का पाठ्यक्रम बनाया जा रहा है, जिससे की छात्र उसे आसानी से समझ पाए। जिसमे सभी चीजे वर्चुअल रूप से समझाने की कोशिश की गयी है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कोर्स कितने साल का होता है?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में अलग अलग डिग्री की अलग अलग अवधि होती है। अगर आप AI में Computer Science द्वारा B Tech Course करते है, तो यह 4 साल का होता है।

KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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