ग्रेसिम गैस रिसाव की चपेट में आए 21 प्रभावितों के नाम की सूची स्वास्थ्य विभाग ने की उजागर | Nagda News: Health department exposed the names of 21 affected by the Grasim gas leak
- सूचना अधिकार की एक विशेष धारा के तहत 24 घंटे में आर.टी.आई. कार्यकर्ता के घर पहुंची सूची
- कलेटर के जांच आदेश के तहत पांच बिंदुओं पर जांच करेगी कमेटी
नागदा। ग्रेसिम गैस रिसाव मामले में एक और जहां प्रशासन- उद्योग प्रबंधन मानव जीवन पर कोई प्रभाव नहीं होने का दावा कर रहा है, वहीं सूचना अधिकार की एक विशेष धारा में स्वास्थ्य विभाग की एक चौक्काने वाली जानकारी ने इस प्रकार के सारे दावों की पोल खोल दी है।
आरटीआई में ग्रेसिम गैस रिसाव से प्रभावित 21 रोगियों के नाम स्वास्थ्य विभाग ने उजागर किए हंै। स्वास्थ्य विभाग ने यह सूची आरटीआई कार्यकर्ता कैलाश सनोलिया को अधिनियम की एक विशेष धारा के तहत 24 घंटे में घर भेजकर उपलब्ध कराई है।
इस विशेष धारा में किसी के जीवन एवं स्वतंत्रता से संबधित जानकारी को 48 घंटे में प्रदान करने की कानूनन बाध्यता है। इसी प्रकार से इसी सूचना अधिकार आवेदन में कलेक्टर के आदेश पर बनी जांच कमेटी किन बिदुओं पर कार्य करेगी उस की जानकारी भी अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से प्राप्त हुई है।
सूचना अधिकार के क्षेत्र में ताबड़तोब में जानकारी मुहैया कराना यह एक अनूठा मामला है। सनोलिया ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अर्थात एसडीएम कार्यालय नागदा के समक्ष सूचना अधिकार अधिनियम का आवेदन प्रस्तुत कर यह दलील पेश की थीकि गैस हादसा मानव जीवन से जुड़ा है।
जिसकी जानकारी उक्त धारा में 48 घंटे में मुहैया कराने का प्रावधान है। अनुविभागीय अधिकारी अर्थात लोकसूचना अधिकारी ने आवेदन मंजूर कर मांगी गई जानकारियों उपलब्ध कराई है। लोकसूचना अधिकारी ने प्रभावित लोगों की सूची के लिए
यह आवेदन कार्यालय ब्लॉक मेडिकल आफिसर खाचरौद को स्थानांतरित कर मांगी गई जानकारी प्रदान करने का आदेश दिया। स्वास्थ्य विभाग की इस प्रमाणित सूची को सनोलिया ने प्रेस को जारी की है।
इस सूची में विशेष तौर से यह बात भी उजागर हुई हैकि गैस से प्रभावित लोगों की आंखों में जलन, गले में खराश एवं घबराहट के लक्ष्ण सामने आए हैं। जिनका उपचार शासकीय अस्पताल में किया गया। इन प्रभावित लोगों का उपचार करने वाले चिकित्सक डा. कमल सौलंकी एवं डॉ समन कुरेशी के नामों का भी उल्लेख किया गया है।
प्रभावित लोगों के नाम
ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर खाचरौद के हस्ताक्षर से जारी प्रमाणित सूची में गैस से हर उम्र के लोग प्रभावित हुए हैं। 11 वर्ष की उम्र से लेकर 85 वर्ष तक के वृद्ध लोगों के नाम सामने आए हैं।
जिनके नाम एवं पतों का भी उल्लेख है। रोगियों के पते से स्नष्ष्ट हो रहा हैकि गैस का प्रभाव औद्योगिक क्षेत्र के अलाव शहर की रिहायशी बस्तियों में भी दूर-दूर तक असरदार रहा।
प्रभावित लोगों के नाम इस प्रकार है- सुबोध स्वामी उम्र 56 वर्ष दयानद कॉलोनी, केशव प्रसाद 64 वर्ष शारदा गली, कन्हैया प्रसाद 62 वर्ष ओझा कॉलोनी, कैलाश 85 वर्ष चंद्र शेखर आजाद मार्ग, रोशनसिंह 65 वर्ष दयानंद कॉलोनी, राजेश 49 वर्ष गुलाब बाई कॉलोनी, अशोक 35 वर्ष मेहतवास,संजय 39 वर्ष अशोक कॉलोनी, रमेश 40 वर्ष बिड़लाग्राम , महेश 50 वर्ष बिड़लाग्राम, नरेंद्र 38 वर्ष चबंल मार्ग, पवन 32 वर्ष सुभाष मार्ग, चदंभान 49 वर्ष प्रकाश नगर, सुरेश 31 वर्ष नरेडिय़ा, ताराचंद 31 वर्ष सुभाष मार्ग, राज गुप्ता 37 वर्ष, विद्यानगर, दीपक बाथम 36 वर्ष गुलाब बाई कॉलोनी, अशोक चौहान, 37 वर्ष गोशाला गली, पाड़ल्या रोड, संतोष गुप्ता 11 वर्ष विधा नगर, हेमलता तोमर 50 वर्ष, शिवपुरा कॉलोनी एवं मंजू 52 वर्ष जबरन कॉलोनी के नाम सूची में शािमल है।
जांच दल के लिए पांच बिंदु तय
कार्यालय कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी उज्जैन अशीषसिंह ने जांच आदेश जो जारी किया गया उसकी प्रति भी आरटीआई कार्यकर्ता सनोलिया को अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय से प्राप्त हुुई है।
इस आदेश में तीन सदस्यों की गठित जांच कमेटी के लिए पांच बिंदु तय किए है। जो इस प्रकार है- घटना किन परिस्थतियों में घटित हुई, क्या सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम रखे गए थे, क्या घटना को किसी प्रकार से टाला जा सकता था, घटना घटित होने के लिए कौन-कौन जिम्मेदार है एवं अन्य सुझाव एवं बिंदु पर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करना होगा।