नागदा। किसानों के खाते में से धोखाधड़ी कर लाखों की राशि निकालने वाले आईसीआईसीआई बैंक के प्रकरण में एक और आरोपी का नाम सामने आ रहा है। हालांकि पुलिस ने अभी इस नाम का खुलासा नहीं किया है, लेकिन संभावना है कि शीघ्र ही पुलिस इस आरोपी के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज करेगी।
इस पूरे घटनाक्रम एक और चौकाने वाली बात सामने आई है। कृषि खाद्य व्यापारी शंभू पोरवाल ने ही बैंक अधिकारियों को किसानों के रुपए के साथ गबन करने का तरीका बताया था। पोरवाल ने पूरी योजना से पहले बैंक के एक अधिकारी दिलीप व्यास को रुपए उधार देकर ब्याज में उलझाया और जब वह ब्याज देने में असमर्थ रहा तो उसे पोरवाल ने अपने चक्रव्यूह में फंसाया और किसानों के खाते में गबन करने का रास्ता बताया। पहले पोरवाल ने बैंक अधिकारी व्यास को खूब सपने दिखाए और लाखों रुपए कमाने की स्किम बताकर उसे विश्वास में लिया फिर बैंक के अन्य अधिकारियों को विश्वास में लेकर धोखाधड़ी करना प्रारंभ की।
72 लाख का ब्याज 2 करोड़ 5 लाख रुपए वसूला
व्यापारी पोरवाल ने बैंक अधिकारी व्यास को अक्टूबर 2019 में 25 लाख रुपए ब्याज पर उधार दिए थे। इसके बदले में 01 लाख रुपए 1 हजार प्रतिदिन के हिसाब से ब्याज लेने की बात कही थी। व्यास ने भी इस सौदे में हा भरी और व्यापारी को 25 लाख का 25 हजार रुपए प्रतिदिन ब्याज देना प्रारंभ कर दिया।
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लेकिन कुछ दिन बाद जब ब्याज समय पर नहीं दे पाया तो उसके चुकाने के लिए व्यास ने फिर से व्यापारी पोरवाल से 4 लाख रुपए ब्याज पर लिए। इस प्रकार उसने ने व्यापारी ने 29 लाख रुपए उधार ले लिए। कुछ समय बाद जब वह रुपए नहीं लौटा पाया तो व्यापारी पोरवाल ने उसे बैंक में किसानों के केसीसी खाते में से धोखाधड़ी कर रुपए निकालने का प्लान बताया।
इस दौरान व्यास ने पहले किसानों के केसीसी खाते में रु जमा कर उनका विश्वास जीता। किसानों के खाते में रु डालने के लिए व्यास ने व्यापारी पोरवाल से 43 लाख रुपए उधार लिए। इस तरह बैंक अधिकारी व्यास ने व्यापारी पोरवाल से 72 लाख रुपए उधार ब्याज पर ले लिए।
इसके बदले में वह पोरवाल को जनवरी 2021 तक 2 करोड़ 5 लाख रुपए ब्याज अदा कर चुका था। इस पूरे घटनाक्रम में यह बात सामने आ रही है कि यह पूरा षंडयंत्र व्यापारी पोरवाल द्वारा रचा गया। मास्टर माइंड पोरवाल की तलाश में पुलिस ने शनिवार को भी कई स्थानों पर दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली।
इनका कहना
व्यापारी पोरवाल ने बैंक अधिकारी व्यास को 72 लाख रुपए ब्याज पर उधार दिए थे। इसके बदले में वह 2 करोड़ 5 लाख रु दे चुका था। पोरवाल ने व्यास को बैंक में से गबन करने का प्लान बताया।
श्यामचंद्र शर्मा, थाना प्रभारी नागदा
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