दीपक की लौ तेज होने का क्या मतलब है | Dipak Ki Lau Tej Hone Ka Arth
हिन्दू धर्म में दीपक का बहुत ही खास महत्व होता है। दीपक के बिना किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत की ही नहीं जा सकती है। दीपक के बिना पूजा पाठ को अधुरा माना जाता है। दोस्तों हमने कई बार गौर किया होगा कि, दीपक की लौ एक दम तेज हो जाती है जब मन में यह प्रश्न आता है कि दीपक की लौ तेज होने का क्या मतलब है? तो आइये जानते हैं।
दीपक की लौ तेज होने का क्या मतलब है? | Dipak Ki Lau Tej Hone Ka Arth
दीपक की लौ का तेज होना भगवान का संदेश माना गया है। दीपक की लौ का तेज होना यह दर्शाता कि आप जिस भगवान की पूजा कर रहे हैं, उनकी कृपा आप पर बनी हुई है। आपके द्वारा की जा रही भक्ति की विनती उन तक पहुंच रही है तथा भगवान आपसे प्रसन्न है। जो लोग सच्चे मन और आस्था के साथ भगवान की पूजा अर्चना करते हैं उन पर भगवान की कृपा बनी रहती हैं। यदि दीपक की लौ एकाएक तेज हो जाती है तो यह ईश्वर की कृपा को दर्शाता है और ऐसा होना यह भी बताता कि भगवान ने आपकी प्रार्थना सुन ली है तथा आपकी पूजा पथ का सकारात्मक असर हो रहा है।
दोस्तों हम में से बहुत ही कम लोगों के साथ ऐसा होता है पर जिन लोगों के साथ ऐसा नहीं हो रहा है इसका यह अर्थ नहीं है कि आपकी पूजा अर्चना विफल हो रह रही है। ऐसा होना ही एक मात्र संकेत नहीं है कि ईश्वर की कृपा आप पर बनी हुई है इसके लिए ऐसा न होने पर निराश नहीं होना चाहिए। ईश्वर हर भक्त की मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं तथा हमेशा उन पर कृपा बना कर रखते हैं।
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