
Short Story In Hindi – शार्ट स्टोरी इन हिंदी
भारतीय लोगों को कहानियां बहुत पसंद होती है। खासकर छोटे बच्चों को, प्राथमिक कक्षाओं में बच्चों को कहानियां सुनाकर उन्हें सच्चाई की सीख दी जाती है। कहानियों से मिली प्रेरणा एक वास्तविक जीवन का आधार होता है। पोस्ट में हमारे द्वारा विभिन्न प्रकार की कहानियां दी गई है, जिनमें कुछ कहानियाँ नैतिक कहानियाँ (short story in hindi with moral) है तो कुछ कहानियाँ मजेदार हंसी मजाक वाली (funny short story in hindi) है तथा कुछ प्रेरणादायी भी (motivational short story in hindi) है। इन कहानियों का इस्तेमाल आप अपने बच्चाें को नैतिक शिक्षा देने में कर सकते हैं।
Short Story In Hindi – शार्ट स्टोरी इन हिंदी
Table of Contents
पिता और बेटे की कहानी
रोहित नाम का एक लड़का था। जिसका जन्म अमीर परिवार में हुआ था और वह बहुत ही जिद्दी भी था। उसके पिताजी ने बचपन से ही उसकी हर जीद पूरी की थी, जिस कारण रोहित की जिद करने की आदत पड़ गयी थी और वह जिद के माध्यम से अपनी हर मांग पूरी कर लेता था। उसकी माँ को यह बिलकुल पसंद नहीं था की रोहित के पिताजी उसकी हर बात माने। रोहित की माँ का मानना था कि ऐसा करने से रोहित बिगड़ सकता है और उसका जीवन खराब हो सकता है।
पर रोहित के पिता जी ने उनकी बात नहीं सुनी और वह हमेशा ही उसकी जीद पूरी करते रहे। फिर जैसे-जैसे रोहित बड़ा होता गया उसकी जिद बढ़ने लगी और वह बार-बार जिद करने लगा, वह अनावश्यक चीजो की भी जिद करने लगता था। उसकी इस आदत से घर वाले परेशान हो गये थे और उसे डाटने लगे थे और उसे समझाते भी थे की पैसो की अहमियत को समझो जिनके पास नहीं है उनका जीवन बहुत ही संघर्ष भरा है पर रोहित बिलकुल भी न सुधरा और उल्टा वह उसके माता पिता पर ही गुस्सा करने लगता था।
एक बार रोहित अपने दोस्तों के साथ मुंबई घुमने के लिए गया था। जहाँ उसमे बहुत से गरीब परिवार देखे और वह किस तरह अपना जीवन व्यतीत कर रहें हैं यह देख कर रोहित का मन व्याकुल हो गया कि किस तरह सुखी रोटी के साथ तथा बिना बिजली पानी की सुविधा के यह लोग पैसो के अभाव में अपना जीवन व्यतीत कर रहें हैं।
फिर जब रोहित अपने घर पंहुचा तो उसकी आदत पूरी तरह से सुधर चुकी थी, उसके माता पिता उसका यह नया बर्ताव देख आकर बड़े खुश हुए। अब उनके परिवार में किसी प्रकार के विवाद नहीं होते हैं और वह ख़ुशी रहते हैं।

शेर और चूहा
एक जंगल में कई जानवर रहा करते थे, और इसी जंगल में एक ताकतवर तथा बड़ा शेर भी निवास करता था जों इस जंगल का राजा था। उसे अपनी ताकत का बड़ा घमंड था। एक बार यही शेर एक पेड़ के नीचे आराम कर रहा था, तेज धुप के कारण वह शेर काफी देर तक उसी पेड़ के नीच बैठा रहा जिसके बाद उसे नींद लग गयी और वह उसी पेड़ के नीचे सो गया। तभी वहा एक छोटा सा चूहा आ पहुचता है और उस शेर के बड़े से शरीर के ऊपर ही मस्ती करने लगा तथा कूदने लगा। वेसे ही शेर की नींद खुल गयी और उस छोटे चूहे को अपने पंजो में दबोच लिया था।
♦ लेटेस्ट जानकारी के लिए हम से जुड़े ♦ |
WhatsApp पर हमसे बात करें |
WhatsApp पर जुड़े |
TeleGram चैनल से जुड़े ➤ |
Google News पर जुड़े |
फिर शेर ने उस चूहे से कहा कि तुमने मेरी नींद खराब की है अब में तुम्हे सजा दूंगा। यह सुन चूहा डर गया और उसने शेर से कहा कि यदि वह उसे छोड़ देगा तो वह जब भी जरूरत होगी जब में आपकी मदद के लिए जरुर आऊंगा।
शेर ने सोचा कि इतना सा चूहा मेरे जैसे ताकतवर शेर की क्या मदद करेगा? पर शेर ने चूहे की विनती पर उसे छोड़ दिया। फिर एक दिन उस जंगल में शिकारियों का आना हुआ और उन्होंने उस बड़े से शेर को देखा तथा उसे पकड़ने का विचार बनाया।
उन्होंने रात के समय शेर के रास्ते में एक जाल को बिछाया और चले गये ताकि सुबह तक वह शेर उसमे फस जाएँ। जैसे ही शेर सुबह उस रास्ते से गुजरा तो उस जाल में फस गया। वह घबरा गया और जोर जोर से चीखने लगा। यह सुन कर वह चूहा वहा पंहुचा और उसने उस पूरे जाल को काट कर शेर की उससे बाहर निकलने में मदद की। शिकारियों ने जब आ कर देखा तो उनका जाल पूरी तरह से कुतरा हुआ था।
इसीलिए किसी को भी छोटा नहीं समझना चाहिए, समय आने पर कोई भी काम में आ सकता है तथा आपकी मदद कर सकता है।

किसान और कुआँ
एक गाँव में दो किसान रहते थे। वह दोनों एक दुसरे के पड़ोसी भी थे और खेती किया करते थे। इन दोनों किसानो में से एक किसान के पास दो कुँए थे तथा एक किसान का कुआं हालही में सुख गया था। जिस कारण उसे पानी की समस्या आने लगी और वह परेशानियों से घिर गया। उसके पड़ोस वाले किसान ने उसे कुआं बेचने के लिए भी मना कर दिया ताकि पुरे गाँव में केवल उसकी ही सब्जी हो और वह अकेला सब्जी उगा सकें और बेच सकें।
परन्तु एक दिन उसकी पत्नी बीमार हो गयी और उसे अस्पताल ले जाया गया, जहाँ इसका अत्यधिक खर्च हो गया, जिस कारण उस पर उधार हो गया। इस वजह से उसने अगले ही दिन अपन पडोसी को कुआं बेचने का निर्णय लिया। किसान ने वह कुआं खरीद लिया पर जैसे ही अगले दिन वह किसान कुँए से पानी लेने लगा तो उस कुँए के पुराने मालिक ने उसे पानी लेने से मना कर दिया और अधिक पैसो के लालच में उस किसान से कहा की मेने सिर्फ तुम्हे यह कुआं बेचा है इसका पानी नहीं।
यह सुन कर वह किसान बहुत दुखी हुआ और उसके पास अधिक पैसे भी नहीं थे जिस कारण वह राजा अकबर के पास पंहुचा और उन्हें अपनी समस्या के बारे में बताया। तभी अकबर ने अपने सबसे चतुर मंत्री बीरबल को दरबार में बुलाया और इस समस्या का हल करने के लिए कहा।
बीरबल ने उस लालची किसान को दरबार में बुलाया और कहा कि यदि तुम ने इस किसान को केवल कुआं बेचा है तो उसके अंदर रखें पानी का तुम्हे इसे किराया देना होगा वरना उस पानी को वहा से हटाना होगा। बीरबल की यह चतुराई देख कर उस किसान ने और अधिक पैसे का लालच छोड़ दिया तथा उस किसान को कुए पर पूरा अधिकार दे दिया।

लकड़हारा और कुल्हाड़ी
एक गाँव में एक लकड़हारा था जो बहुत गरीब था और मेहनत कर अपना जीवन व्यतीत कर रहा है। वह जंगलो से लकड़ी काट कर बेचा करता था।
एक दिन वह लकड़हारा एक नदी के किनारे पेड़ काट रहा था, तभी उसके हाथ से कुल्हाड़ी फिसल कर पास में बह रही नदी में जा गिरी। किसान बहुत गरीब था उसके लिए एक नई कुल्हाड़ी खरीदना बहुत बड़ी बात थी इसीलिए वह उस कुल्हाड़ी को ढूंढने के लिए नदी में कूद गया पर उसे कुल्हाड़ी नहीं मिली। वह लकड़हारा बहुत उदास हो गया और रोने लगा तथा भगवान से विनती करने लगा कि उसे उसकी कुल्हाड़ी मिल जाएँ।
तभी पानी से एक देवी प्रकट हुई और उसके हाथ में चांदी की कुल्हाड़ी थी, उसने लकड़हारे से कहा कि कही यह कुल्हाड़ी उसकी तो नहीं तभी लकड़हारे ने कहा कि नहीं यह कुल्हड़ी उसकी नहीं है।
फिर वह देवी पानी में जा कर दूसरी कुल्हाड़ी ले कर आती जो सोने की थी और उस लकड़हारे से पूछती है कि कही यह सोने की कुल्हाड़ी तुम्हारी तो नहीं तो लकड़हारा कहता है कि उसकी कुल्हाड़ी न चांदी की थी न सोने कि, उसकी कुल्हाड़ी लोहे की थी। यह सुन कर वह देवी प्रसन्न हो जाती है तथा उस लकड़हारे से कहती है कि वह उसकी ईमानदारी की परीक्षा ले रही थी। और वह दोनों सोने और चांदी की कुल्हाड़ी उस लकड़हारे को गिफ्ट दे कर वहां से चली जाती है।

सोने के अंडे देने वाली मुर्गी
एक गावं में एक परिवार था। जिसमे केवल दो सदस्य थे एक पति और उसकी पत्नी। वह दोनों बहुत गरीब थे तथा मुर्गी पालन और अंडे का व्यापार करते थे।
वह अंडे बेच कर पैसे कमाते थे तथा अपना घर चलते थे। पत्नी रोज सुबह मुर्गियों के दिए हुए अंडे इकठ्ठा करती और उसका पति उन्हें बाज़ार में बेच कर आता था।
एक दिन पति चार नई मुर्गियां खरीद कर लाया ताकि अपने व्यापार को बड़ा सके। और एक दिन वह और उसकी पति पाते हैं कि उन चार मुर्गियों मेसे एक मुर्गी ने सोने का अंडा दिया है। यह देख कर वह दोनों हैरान हो जाते हैं और यह बात किसी को भी न बताने का निर्णय लेते हैं। सपने में दो सांप को देखना | Sapne Me Do Saap Dekhna
वह रोज एक सोने का अंडा देती तथा पति उसे बाज़ार में बेच कर अच्छे खासे पैसे ले कर घर आ जाता है, ऐसा कई दिनों तक चला फिर एक दिन उस आदमी के दिमाग में यह प्रश्न आया कि कब तक वह एक-एक अंडे का इंतजार करेंगे क्यों न इस मुर्गी के पेट से एक बार में ही सारे अंडे निकाल लिए जाएँ।
वह ऐसा ही करता है कि उस मुर्गी के पेट को चिर कर अन्डो की तलाश करने लगा पर उसे एक अंडा न मिल। और उस मुर्गो की मौत भी हो गयी। लालच के कारण जो उन्हें प्रतिदिन अंडा मिलता था उसका भी नुकसान हो गया। इसीलिए कहा जाता है कि लालच नहीं करना चाहिए।

FAQs
शॉर्ट स्टोरी कैसे लिखें?
शॉर्ट स्टोरी लिखने के लिए आपका कम शब्दों का प्रयोग करना होगा तथा शीर्षक भी छोटा ही रखना होगा। ताकि पाठक आपकी स्टोरी को आसानी से पढ़ सके।
हिंदी में स्टोरी को क्या बोलते हैं?
हिंदी में स्टोरी को कहानी बोलते हैं।