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पीरियड आगे करने की टेबलेट – Period Delay Tablet In Hindi

पीरियड आगे करने की टेबलेट – Period Delay Tablet In Hindi

Period Delay Tablet In Hindi: पीरियड यानी मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रकिया है, यह साधारण तौर पर 15-50 वर्ष आयु की महिलाओं को हर माह होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भारत के कई प्रांता में महिलाएं पीरियड के समय रसोई घर में कार्य नहीं करती है। इसलिए महिलाएं पीरियड आगे बढ़ाने की टेबलेट के बारे में जानना चाहती है। आज के इस ज्ञानवर्धक पोस्ट के जरिए आपकों पीरियड्स लेट करने के टेबलेट के बारे में सम्पूर्ण जानकारी विस्तार पूर्वक देगें।

लड़कियां विशेष स्थिति में ही पीरियड को आगे बढ़ाना चाहती हैं, लेकिन मासिक धर्म उस समय एक परेशानी बन जाता है जब कहीं बाहर जाना हो, या घर में किसी प्रकार की कोई पूजा-पाठ या कोई बड़ा उत्सव हो, ऐसे में महिलाओं को असहजता होती है, इसलिए वे अपने पीरियड को एक दो दिन लेट करने की इच्छा रखती है।

आज के इस लेख में हम आपकों पीरियड्स लेट करने के टेबलेट का नाम, पीरियड रोकने की दवा किस प्रकार काम करती है, और इसके साइड इफेक्ट होते है या नहीं। उक्त सभी बातों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने वाले हैं।

पीरियड्स लेट करने की टेबलेट क्या है – Period Delay Tablet In Hindi

Table of Contents

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Period Delay Tablet In Hindi

पीरियड डिलेइंग पिल्स या पीरियड आगे करने की टेबलेट में प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन होते है जो रजस्वला की डेट को आगे बढ़ाने में मददगार होते है। आप इन टेबलेट्स को पीरियड की शुरुआत से 3-4 दिन पहले खा सकती है। यह आपकी आवश्यकता के ऊपर निर्भर करता है।

पीरियड डिलेइंग पिल्स कितने प्रकार की होती हैं – Period delaying pills kitne prakar ki hoti hai

बाजार में मौजूद मेडिकल स्टोर पर कई प्रकार की पीरियड्स लेट करने के गोलियां उपलब्ध है। इनका कोई विशेष नाम नहीं होता है। इन टेबलेट्स में हार्मोन प्रोजेस्ट्रॉन होता है जो हमारे शरीर के लिए किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। कुछ प्रचलित टेबलेट जैसे- कम्बाइन्ड कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स (Combined contraceptive pills), नॉरथिस्टेरॉन (norethisterone) और फेसिक (phasic) पिल्स आदि टेबलेट्स आपको बाजार में सरलता से खरीदने के लिए मिल जाएगी।

पीरियड आगे करने की टेबलेट कैसे काम करती हैं – Period Delay Tablet kaise kam karti hai

रजस्वला या मासिक धर्म आने के 15 दिन पूर्व महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजेन हार्मोन्स का उत्पादन होने लगता है जो यूटेरिन लर्निंग (Uterine Learning) को बढ़ने से रोकता है। जबकि प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन्स अंतिम 15 दिनों में बनते हैं जो यूटरीन लाइनिंग को बढ़ाने का कार्य करते है। जब एस्ट्रोजेन हार्मोन्स अधिक मात्रा में होते हैं तो यूटेरिन लर्निंग घटने लगती है और पीरियड्स शुरु हो जाते हैं। लेकिन जब आप पीरियड डिलेइंग पिल्स खाती हैं तो प्रोजेस्ट्रॉन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है जो यूटरस को रक्त का बहाव करने से रोकता है और इस तरह आपके पीरियड्स रूक जाते हैं।

पीरियड डिलेइंग पिल्स कब खाना चाहिए – Period delaying pills Kab khana chahiye

यदि आप कुछ दिन पीरियड को आगे बढ़ाना चाहती है तो पीरियड डिलेइंग पिल्स बाजार से खरीद कर खा सकती है। इन टेबलेट्स को आप पीरियड आने से 3-4 दिन पूर्व ही खाएं और तब तक खाती रहें जब तक आप नहीं चाहती कि पीरियड आयें। लेकिन आपको इन टेबलेट्स का सेवन करने से पहले गाइनकॉलजिस्ट (Gynecologist) से परामर्श जरूर लेना चाहिए।

क्या टेबलेट खाना बंद करते ही पीरियड्स शुरु हो जाएंगे – Kya Tablet khana band karte hai Period shuru ho jate hai

जिस दिन से आप पीरियड आगे बढ़ाने की गोलियों का सेवन बंद कर देती है तो आपके शरीर के अंदर हार्मोन्स क्रिया बदल जाती है। जिसके कारण आपके शरीर से रक्त का प्रवाह होने लगता है। लेकिन हर महिला का शरीर भिन्न-भिन्न होता है जिसके कारण से किसी को पीरियड कुछ घंटों के बाद तो किसी को 10-15 दिनों बाद पीरियड्स शुरु होते हैं। विशेष तौर पर ध्यान रखें कि यदि 15 दिन के भीतर भी आपके पीरियड्स शुरु नहीं होते तो जल्द से जल्द चिकित्सक से सम्पर्क करें।

क्या पीरियड डिलेइंग पिल्स सुरक्षित हैं – Period delaying pills are safe in Hindi

एक-दो बार पीरियड्स लेट करने के टेबलेट का सेवन यानी की खाने से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है, लेकिन यदि आप बार बार इन दवाओं का सेवन करती हैं, तो यह बेहद ही घातक हो सकता है। यह टेबलेट्स आपके शरीर में नैचुरल हार्मोन्स साइकल को प्रभावित करता है। इसलिए बहुत अधिक जरूरी होने पर ही इसका सेवन करना चाहिए। अपने पीरियड को अधिक दिनों तक ना रोकें, क्योंकि लेट आने वाले पीरियड में अधिक दर्द होता है।

क्या पीरियड डिलेइंग पिल्स और बर्थ कंट्रोलिंग पिल्स समान हैं? – Kya Period delaying pills aur birth control pills ek saman hoti hai

कुछ लोगों के बीच धारणा है कि, पीरियड डिलेइंग पिल्स और बर्थ कंट्रोलिंग पिल्स एक ही हैं। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हैं, यह प्रकार की गलत धारण है, इन दोनों का काम अलग अलग होता है। बर्थ कंट्रोल पिल्स ओव्यूलेशन नहीं होने देते और अनचाहे गर्भ को रोकते हैं, जबकि पीरियड डिलेइंग पिल्स यूटेरिन लर्निंग पर काम करती हैं और ओव्यूलेशन को किसी भी तरह से प्रभावित नहीं करती है। इसलिए इसका उपयोग सही स्थिति में करना चाहिए।

क्या पीरियड रोकने की दवा का कोई साइड-इफेक्ट है – Kya Period rokane vali dawa ka koi Side effect hai

पीरियड आगे करने की टेबलेट में प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) होता है। अधिक मात्रा में प्रोजेस्टेरोन का सेवन करने से हार्मोन्स का असंतुलित हो जाते है। हार्मोन असंतुलित होने से भारीपन, मूड स्विंग और पिंपल्स आदि की समस्याएं हो सकती हैं।

पीरियड डिलेइंग पिल्स हमेशा काम करती हैं? – Period Delay Tablet Hamesha kam karti hai

कई भारतीय महिलाओं के बीच धारणा है कि, इन टेबलेट्स का सेवन करने से उनके पीरियड्स आसानी से कुछ दिनों के लिए लेट हो जाते है। अभी तक इन दवाओं के असर न करने का मामला नहीं आया है। लेकिन लड़कियों को इन टेबलेट्स को खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

गाइनकॉलजिस्ट से सम्पर्क करे – Contact Gynecologist In Hindi

यदि आप अपने पीरियड को रोकना चाहती है तो पीरियड्स आने से एक सप्ताह पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ से बात करें। बिना डॉक्टर की सलाह के आप खुद इसे इन टेबलेट्स का सेवन करने से बचें। इसके आलवा यदि पीरियड डिलेइंग पिल्स खाना बंद करने के बाद भी दो हफ्ते तक पीरियड नहीं आते तो डॉक्टर को दिखाएं।

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Ravi Raghuwanshi

रविंद्र सिंह रघुंवशी मध्य प्रदेश शासन के जिला स्तरिय अधिमान्य पत्रकार हैं. रविंद्र सिंह राष्ट्रीय अखबार नई दुनिया और पत्रिका में ब्यूरो के पद पर रह चुकें हैं. वर्तमान में राष्ट्रीय अखबार प्रजातंत्र के नागदा ब्यूरो चीफ है.

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