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उफनती चंबल नदी में क्यों कूदा अशोक कॉलोनी का लोकेश वासेन

थाने में बैठा युवक लोकेश वासेन।
- चामुंडा माता मंदिर स्थित चंबल नदी में 60 फीट ऊंचे पुल से कुदा युवक
- नियमों में बदलाव के चलते नहीं दर्ज हो सका प्रकरण दर्ज
नागदा । 30 अगस्त रविवार को चंबल नदी ने दूसरी बार रौद्र रुप दिखाया। उफनती नदी को देखने नागदावासियों का हुजुम लगा था। तभी अचानक उस समय चंबल नदी पर हड़कंप मच गया जब एक 19 वर्षीय युवक ने नशे की हालत में ब्रिज से ऊफान पर आ रही चंबल नदी में छलांग लगा दी।
करीब एक-डेढ़ किमी दूर तक तैरने के बाद किनारे खड़े लोगो ने युवक को बाहर निकाला। जिसके बाद अस्पताल भेजा गया। जांच में पाया गया कि युवक के शरीर पर पानी के तेज बहाव से कुछ जर्क आए हैं। पुलिस ने युवक को परिजनों के सुपुर्द किया।
क्या है पूरा मामला
रविवार सुबह नदी को देखने के लिए ब्रिज पर लोगो की भीड़ लगने लगी। कुछ युवक पुलिस की उपस्थिति के बाद भी सेल्फियां ले रहे थे। ऐसे में दोपहर में एक 19 वर्षीय लोकेश पिता कन्हैयालाल वासेन निवासी अशोक कॉलोनी नागदा ने ब्रिज से चंबल नदी में छलांग लगा दी।
जिससे ब्रिज पर खड़े लागो में हड़कंप मच गया। छलांग लगाने वाला युवक नदी में तैरते हुए लगभग डेढ़ किमी दूर तक गया और नदी किनारे पहले से ही खड़े कुछ लोगो ने उसे हाथ देकर नदी के बाहर निकाल लिया।

शासकीय अस्पताल लाया गया। पुलिस की मौजुदगी में उसकी जांच की गई। उसके शरीर पर हलकी जर्क के निशान थे। पुलिस ने नियम का हवाला देते हुए उस पर कोई प्रकरण दर्ज किया और परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
नदी में छलांग लगाने वाले युवक के साथियों ने बताया की वह गांजा पीने का आदी है। छलांग लगाने के समय भी वह नशे में था। गांजा तस्करों ने शहर को पूरी तरह आगोश में ले रखा है। नवयुवक को नाबालिग भी गांजे का खुला सेवन कर रहे है।
हालांकि पुलिस ने तीन दिन पूर्व ही 2 किलो 600 ग्राम के साथ एक युवक को पकड़ा है। इसके बाद भी मादक पदार्थ की बिक्री पर कोई असर होता दिखाई नही दे रहा है।
नियम में बदलाव के कारण नहीं हुआ प्रकरण दर्ज
युवक ने उफान पर आ रही नदी में छलांग लगा दी। जिससे चंबल नदी पर नदी देखने वालो में हड़कंप मच गया। युवक तैरकर सलामत निकल भी गया। लेकिन नियम में बदलाव होने के कारण पुलिस ऐसे व्यक्ति पर भी प्रकरण दर्ज नहीं कर सकी।
थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा ने बताया की पहले आत्महत्या का प्रयास करने पर प्रकरण दर्ज किया जाता था। अब नियम में बदलाव होने के कारण पुलिस प्रकरण दर्ज नहीं कर सकती है। इसलिए युवक को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
