OMG : लखनऊ से तकरीबन 250 किलोमीटर दूर है IAS और IPS का गांव । यहाँ हर घर में एक अफसर पैदा होता हैं । बता दें पूरे गाँव में 75 घर हैं । इस गाँव को अफसरों को गाँव भी कहा जाता हैं । लोग कहते हैं यहाँ पैदा होते ही उनका भविष्य तय होता हैं कि वो आगे जा कर एक बड़ा अधिकारी ही बनेगा ।
हर घर से एक IAS वाला ये गाँव इस बार भी सेवारत गाँव इस बार भी 47 भर्ती कर चुका हैं ।इस गाँव में लोग आज़ादी से पहले से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करते आ रहें हैं । सबसे पहले 1914 में मुस्तफा हुसैन PCS के लिए सेलेक्ट हुए थे उसके बाद इंदु प्रकाश सिंह 1952 में 13 वीं रैंक से IAS सेलेक्ट हुई थी ।
उसके बाद ये सिलसिला कभी रुका ही नहीं ।
ना सिर्फ मर्द बल्कि औरते भी इस गाँव मे बहुत करियर ओरियेंटेड हैं वो भी इन परीक्षाओ में बहुत आगे रही हैं। यहीं नहीं अमित सिंह महज 22 साल के है उनकी बहुत सी किताबें छप चुकी हैं । ये गाँव अधिकारियों के गाँव के नाम से बहुत मशहूर है। यहाँ पैदा होने वाला हर बच्चा बचपन से ही एक सपना देखता हैं बड़ा अफसर बनने का।
अभी भी ये चिंगारी अफसर बनने की वहां हर घर में जलती है ।