1000 लीटर से ज्यादा दूध देती है ये भैंस, करनी है मोटी कमाई तो जानिए इसकी ख़ासियत। अगर आप छोटा सा बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आप डेयरी फार्मिंग का बिजनेस शुरू कर सकते हैं। यह एक ऐसा बिजनेस है, जिसकी डिमांड हमेशा बनी रहती है। इसके लिए जरूरी है कि आप बेहतर नस्ल की गाय-भैंस खरीदें और उसकी देखभाल और खान-पान का ध्यान रखें। इससे दूध का उत्पादन बढ़ेगा। तो ऐसे में आज हम बताएंगे भारतीय नस्ल की सरल स्वभावी नागपुरी भैंस की जो 286 दिनों के दौरान 1005 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है। ऐसे में लोग अच्छी क्वालिटी के मिलावट रहित दूध का मुंहमांगा दाम देने को लोग तैयार रहते हैं। इसलिए इस बिजनेस में अच्छा मुनाफा होता है।
वैसे तो भारत में भैंस की कई देसी और हाइब्रिड नस्लें मौजूद है, लेकिन आजकल रिकॉर्ड दूध उत्पादन के जरिये महाराष्ट्र की नागपुरी भैंस काफी सुर्खियां बटोर रही है। जानकारी के लिये बता दें कि भैस की नागपुरी प्रजाति एक बेहद सरल स्वभावी होती है, जो बेहद आराम-आराम से चहलकदमी करके कम देखभाल में ही गुजारा कर लेती है, लेकिन दूध उत्पादन के क्षेत्र में भी इसका कोई दमदार प्रतियोगी ढूंढना मुश्किल है।
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1000 लीटर से ज्यादा दूध देती है ये भैंस, करनी है मोटी कमाई तो जानिए इसकी ख़ासियत। यह भैंस की नस्लों में बेहतर मानी जाती है जो प्रतिकूल जलवायु परिस्थितियों में दूध और सूखे के गुणों को बेहतर अनुपात में जोड़ती हैं। भारतीय नस्ल की ये भैंस 286 दिनों के अंदर 1005 लीटर तक दूध देने की क्षमता रखती है। इसके दूध में 7.7 प्रतिशत तक वसा मौजूद होता है।
1000 लीटर से ज्यादा दूध देती है ये भैंस, करनी है मोटी कमाई तो जानिए इसकी ख़ासियत
नागपुरी भैंस भारत की जल भैंस की एक बहुत अच्छी नस्ल है। भैंस की ये नस्ल महाराष्ट्र राज्य के विदर्भ क्षेत्र से ताल्लुक रखती है। यह जल भैंस मुख्य रूप से उत्तर भारत और एशियाई इलाकों में ही पाई जाती है, जो अपने आहार के लिये कई प्रकार के जलीय पौधों का सेवन करके भी गुजारा कर लेती है। 1000 लीटर से ज्यादा दूध देती है ये भैंस, करनी है मोटी कमाई तो जानिए इसकी ख़ासियत। इसे कई अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे कि अरवी, बरारी, गाओलवी, गौरानी, पुरंथदी, चंदा, गणगौरी, गौलाओगन, शाही और वरहदी नागपुरी भैंस वास्तव में एक मध्य भारतीय नस्ल है।
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नागपुरी भैंस के शरीर की औसत ऊंचाई नर के लिए लगभग 145 सेमी और मादा के लिए लगभग 135 सेमी होती है। नागपुरी भैंस का शरीर उत्तर भारत में पाई जाने वाली अन्य भैंसों की नस्लों की तुलना में छोटा और हल्का होता है। हल्के काले या सलेटी रंग वाली नागपुरी भैंस के चेहरे, पैरों और पूंछ के सिरों पर सफेद रंग धब्बे मौजूद होते हैं। उनके लंबे सींग होते हैं जो सपाट और घुमावदार होते हैं और गर्दन के प्रत्येक तरफ लगभग कंधों तक पीछे की ओर झुकते हैं, जिनमें से ज्यादातर ऊपर की दिशा में होते हैं। सीधे सपाट और पतले चेहरा और भारी ब्रिस्केट के साथ इनकी गर्दन की लंबाई काफी ज्यादा होती है।