नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मेरठ में रिहाइशी इलाके में एक शख्स ने घर को होटल बना दिया और ऑयो के साथ टाइअप कर लिया। होटल तो चलने लगा पर आसपास के लोग इस होटल खुलने से बहुत परेशान रहने लगे. लोगों ने इसकी शिकायत कई बार पुलिस से शिकायत की यहां गलत काम होता है. इसके बाद पुलिस ने एक मुखबिर की सूचना के आधार पर इस होटल पर छापा मारा तो मौके से उसने 7 लड़के और लड़कियां को गिरफ्तार किया. इतना ही नहीं मैनेजर के मोबाइल से स्कूल कॉलेज की लड़कियों की फोटो बरामद की गई हैं. बताया जा रहा है कि यह ऑयो होटल पुलिस चौकी से 200 मीटर की दूरी पर है।
मेरठ के टीपीनगर थाना क्षेत्र के वेदव्यासपुरी चौकी के पास ऑयो के होटल युवी इन पर पुलिस ने छापा मारा। एनजीओ मिशन रेस्क्यू के सदस्य 3 माह से होटल की रेकी कर रहे थे. इस दौरान राजेंद्र सिंह ने मामले की जानकारी एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम को भी दी थी।सीओ ब्रह्मपुरी सुचिता सिंह को साथ लेकर होटल पर पहुंचकर छापेमारी करते हुए दलाल सहित होटल के संचालक और चार युवतियों को गिरफ्तार कर लिया है।
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि वेदव्यासपुरी में जगह-जगह ऐसे होटल खुल गए हैं. कॉलोनी में लोगों का रहना मुश्किल हो चुका है. मामले की शिकायत पुलिस से करते हैं. उसके बाद भी कार्रवाई नहीं होती है. छापेमारी के दौरान आसपास के होटलों में भगदड़ मच गई।
मिशन रेस्क्यू ऑपरेशन टीम के प्रेसिडेंट राजेश चतुर्वेदी छापेमारी के दौरान मौजूद रहे. इस दौरान राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि मेरठ में और भी ह्यूमन ट्रैफिकिंग का रैकेट चलने की सूचना मिल रही है और टीम काम कर रही है. सीओ को साथ लेकर होटल में छापेमारी के दौरान आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों की माने तो होटल के मैनेजर के मोबाइल से लड़कियों के कई फोटो मिले हैं, जो स्कूल और कॉलेजों से जुड़ी हैं. जिन्हें ऑनडिमांड होटल में बुलाया जाता था जिसके बदले उन्हें मोटी रकम भी दी जाती थी. पुलिस ने छापेमारी के दौरान दो लड़कियों को रेस्क्यू भी कराया है।