बालासोर : ओडिशा ट्रेन हादसे की CBI ने जांच शुरु कर दी है। CBI टीम ने सोमवार शाम को घटनास्थल का दौरा किया। वहीं रेलवे ने बताया, हादसे में घायल 1100 लोगों में से 900 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।
पश्चिम बंगाल के बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने हादसे को TMC की साजिश बताते हुए कहा, ये कल से इतना क्यों घबरा रहे हैं जबकि ये घटना दूसरे राज्य की है। CBI जांच से क्यों डरते हैं?इन लोगों ने पुलिस की मदद से दोनों रेलवे अधिकारियों के फोन टैप किए। इन लोगों को रेलवे के दो अधिकारियों की बातचीत का पता कैसे चला? बातचीत कैसे लीक हो गई। CBI जांच में यह आना चाहिए। अगर यह नहीं आया, तो मैं अदालत जाऊंगा।
साउथ ईस्ट रेलवे (एसईआर) के अंतर्गत आने वाले बालासोर के लिए स्वदेशी तकनीक-
हादसे के बाद इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि ट्रेनों में सुरक्षा कवच क्यों नहीं लगाया गया। एक रिपोर्ट में कहा गया साउथ ईस्ट रेलवे (एसईआर) के अंतर्गत आने वाले बालासोर के लिए स्वदेशी तकनीक के लिए आवंटित बजट में से बीते तीन सालों में एक पैसा भी खर्च नहीं किया गया है।
कवच के लिए 468.9 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे-
रेलवे की पिंक बुक के मुताबिक सुरक्षा के लिए (1,563 आरकेएम) पर कवच के लिए 468.9 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे। लेकिन मार्च 2022 तक एक भी रुपया भी खर्च नहीं हुआ। इसी जोन के एक अन्य सेक्टर में रेलवे नेटवर्क पर एंटी ट्रेन कोलीजन सिस्टम (1,563 आरकेएम) के लिए 312 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे।