मेंधापाली : ओडिशा में रेल हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हाल ही में बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे से अब तक लोग उबर नहीं पाए हैं वहीँ अब एक और बड़ा हादसा हो गया है वो भी ओडिशा में। ईस्ट कोस्ट रेलवे ने बताया कि बारगढ़ जिले के मेंधापाली के पास एक निजी सीमेंट फैक्ट्री द्वारा संचालित मालगाड़ी के कुछ डिब्बे फैक्ट्री परिसर के अंदर पटरी से उतर गए। इस मामले में रेलवे की कोई भूमिका नहीं है।
बता दें कि शुक्रवार रात 9 बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन, बहनागा बाजार स्टेशन पर स्टेशनरी मालगाड़ी से टकरा गई। ट्रेन पूरी गति से चल रही थी क्योंकि उसे स्टेशन पर रुकना नहीं था। टक्कर इतनी जोरदार थी कि इसके 21 डिब्बे पटरी से उतर गए और इसके 3 डिब्बे दूसरी लाइन (डीएन लाइन) का उल्लंघन कर रहे थे। साथ ही यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस बहनागा बाजार स्टेशन से गुजर रही थी और टकरा गई, इसके पिछले 2 डिब्बे पटरी से उतर गए।
ओडिशा में रेल हादसे पर रेलवे ने कल रविवार एक बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमे उन्होंने हादसे को लेकर कई खुलासे किये। रेलवे बोर्ड की सदस्य और ऑपरेशन एंड बिजनेस डेवलपमेंट जया वर्मा सिन्हा ने प्रेस कॉंन्फ्रेंस में कहा कि सुरक्षा रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सबूतों से छेड़छाड़ न हो और कोई भी गवाह प्रभावित न हो। गंभीर रूप से घायल हुए ट्रेन के चालक ने कहा कि ‘ग्रीन’ सिग्नल मिलने के बाद ही ट्रेन आगे बढ़ी। न तो उसने कोई सिग्नल जंप किया और न ही ट्रेन ओवरस्पीड हो रही थी।
उन्होंने कहा कि एनआईए नहीं, गृह मंत्रालय हमारी मदद कर रहा है। रेलवे ट्रैक का काम चल रहा है, कम से कम दो रेलवे लाइनों के आज रात 8 बजे तक साइट पर चालू होने की उम्मीद है। हमें उम्मीद है कि ट्रेनें धीमी रफ्तार से दौड़ने लगेंगी। पूछताछ चल रही है, हम सभी एंगल से जांच कर रहे हैं। प्रथम दृष्टया यह सिग्नलिंग का मामला प्रतीत होता है, लेकिन हम अभी तक कुछ भी प्रमाणित नहीं कर सकते हैं।
ओडिशा के मुख्य सचिव ने बताया कि इस हादसे में कुल 275 लोगों की मौत हुई है वहीँ कुल 1175 लोग घायल हुए हैं। 336 आंशिक रुप से घायलों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उन्होंने बताया कि कई शवों की दो बार गिनती हो गई थी।