युवा काल में लिंग के आकार के प्रति चिंता एवं उत्सुकता लगभग हर पुरुष में होती है | हर पुरुष के लिंग की लंबाई, मुटाई तथा स्थिरता में भिन्नता अवश्य होती है परन्तु इस भिन्नता का प्रभाव यौन संतुष्टी, गर्भाधारण तथा यौन क्षमता पर नहीं पडता है | वास्तव में स्त्री के योनि का उपरी एक तिहाई भाग ही यौन स्पर्श के प्रति संवेदनशील होता है | कई पुरुष अपने साथी को संतुष्ट करने में असमर्थ हो जाते है क्यूंकि उनका लिंग पूरी तरह से अपना आकार नहीं ले पाता | परन्तु अब यह कोई घबराने की बात नहीं है | आज आयुर्वेद में यौन सम्बंधित समस्याओं को दूर करने के लिए बहुत से उपचार मौजूद है जिनकी मदद से आप अपनी इस परेशानी को दूर करने में सफलता प्राप्त कर सकते है | आइये जाने ऐसे ही कुछ प्राकृतिक उपायों को |
लिंग का आकार बढाने के लिए आयुर्वेदिक उपचार ….
इन जड़ी बूटियों का उपयोग करें :- शतावर, अश्वगंधा, कूठ, जटामांसी और कटेहली के फल को 4 गुने दूध में मिलाकर या तेल में पकाकर लेप करने से लिंग मोटा होता है एवं लिंग की लम्बाई भी बढ़ जाती है।
अश्वगंधा और चमेली का उपयोग करें :- अश्वगंधा चूर्ण को चमेली के तेल के साथ खूब मिलाकर लिंग पर लगाने से लिंग मज़बूत हो जाता है |
सुखा जौ और तिल के तेल का इस्तेमाल करें :- सूखा जौ पीसकर तिल के तेल के साथ मिलाकर लिंग पर लगाने से लिंग समबन्धित सारे दोष दूर हो जाते हैं |
लौंग और तिल के तेल का इस्तेमाल करें :- 50 ग्राम तिल के तेल में 20 ग्राम लोंग को जला कर मालिश करने से लिंग में मजबूती आती है एवं इसके आकार में भी वृद्धि होती है |
हींग का इस्तेमाल करें :- हींग को देशी घी में पकाकर हल्का ठंडा होने पर लिंग पर लगा लें और ऊपर से सूती कपड़ा बांध दें। इस नुस्खे को कुछ दिन लगातार करने से कुछ ही दिनों में लिंग मजबूत हो जाता है।
सुहागे और शहद का उपयोग करें :- भुने हुए सुहागे को शहद के साथ पीसकर लिंग पर लेप करने से लिंग मजबूत और शक्तिशाली हो जाता है।
और बेलपत्र का इस्तेमाल करें :- शहद को बेलपत्र के रस में मिलाकर लेप करने से हस्तमैथुन की वजह से होने वाले विकार दूर हो जाते हैं और लिंग मजबूत हो जाता है।
तिला का तेल इस्तेमाल करें :- बादाम का तेल, दालचीनी का तेल, जमालगोटा का तेल और पिस्ता का तेल – सभी तेल समान मात्रा में लेकर एक साथ मिलाकर रख लें। इसे एक बूद की मात्रा में रात को सोते समय इंद्रिय पर लगाये और ऊपर से पान का पत्ता बांधकर सोने से एक महिने तक यह बुस्खा अपनाने से लिंग का टेढापन, पतलापन एंव असमानता दूर हो जाती है और वो शक्तिशाली हो जाता है।