रविंद्रसिंह रघुवंशी / नागदा#आईसीआईसीआई बैंक नागदा (nagda icici bank news) में हुए लगभग ढेड़ करोड़ के घोटाले में शामिल शहर के एक खाद्य व्यापारी के खिलाफ पुलिस ने शुक्रवार को प्रकरण दर्ज कर लिया है। अब इस प्रकरण में 7 आरोपी हो गए है। इनमें 6 बैंक के अधिकारी भी शामिल है।
पुलिस प्रकरण की खबर कि सूचना मिलते ही आरोपी व्यापारी शंभू पोरवाल फरार हो गया है। इधर पुलिस की कार्यवाही के दौरान व्यापारी पोरवाल के भतीजे गोपाल पोरवाल ने आत्महत्या करने का प्रयास किया। युवा व्यापारी पोरवाल ने गुरुवार शाम को जहरीला प्रदार्थ खा लिया।
हालांकि अभी उसकी हालात खतरे से बाहर और इंदौर के एक निजी अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है। थाना प्रभारी श्यामचंद्र शर्मा ने कहा कि जांच में यदि गोपाल पोरवाल की भूमिका भी संदिग्ध हुई तो उसके खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
तलाश में दी दबिश
पुलिस ने बैंक अधिकारी दिलीप व्यास के बयान के बाद शहर के प्रतिष्ठत व्यापारी शंभू पोरवाल के खिलाफ 109, 120 बी तथा मध्यप्रदेश अधिनियम 1937 की धारा 3-4 में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने पोरवाल की तलाश में उसके निवास स्थान पर दबिश भी दी। लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिली। गौरतलब है कि व्यापारी पोरवाल के खिलाफ नागदा, जावरा व खंडवा के पुलिस थाने में नकली खाद्य व यूरिया का व्यापार करने का भी प्रकरण दर्ज है।
मास्टर माइंड हो सकता है पोरवाल
इस पूरे प्रकरण में यह बात सामने आ रही है कि व्यापारी शंभू पोरवाल बैंक में किसानों के साथ हुई धोखाधड़ी का मास्टर माइंड हो सकता है। चूंकि पोरवाल ने धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी दिलीप व्यास को नवंबर 2019 में 25 लाख रु ब्याज पर उधार दिए थे। उसके बदले में वह उससे अभी तक 90 लाख रु वसूल कर चुका था।
रिमांड के दौरान बैंक अधिकारी ने यह बात पुलिस को बताई थी। सूत्रो के मुताबिक जब व्याज ने ब्याज देने में असमर्थता जताई तो व्यापारी पोरवाल ने बैंक अधिकारी व्यास को किसानों के खाते में गबन करने का रास्ता बताया। साथ ही व्यापारी व बैंक अधिकारी दोनों ने मिलकर किसानों के खाते में से गबन कर निकाले लगभग 23 लाख रु ब्याज पर वितरण किए।
यह है पूरा मामला
आईसीआईसीआई बैंक नागदा के खातेदार लगभग 30 किसानों ने पुलिस थाने में शिकायत की थी उनके खाते में बैंक अधिकारियों ने रु निकाल लिए। पुलिस जांच में यह सामने कि बैंक अधिकारियों ने किसानों के खाते में उनके चेक के माध्यम से लगभग 1 करोड़ 57 लाख से अधिक की राशि निकाल ली।
पुलिस ने किसानों की शिकायत के आधार पर केसीसी विभाग के अधिकारी दिलीप व्यास, बैंक मेनेजर वैभव पिता ओमप्रकाश बडेरा निवासी वेद नगर उज्जैन, डिप्टी मैनेजर दिनेश पिता सिद्वनाथ राठौर निवासी शिवलोक खजूरी थाना सांरगपुर जिला राजगढ़, कैशियर सुशील कुमार पिता रामगोपाल मीणा निवासी शिवलोक खजूरी कला पिपलानी भोपाल, कंज्यूमर सर्विस ऑफिसर अंकित पिता रमेश कपूर निवासी कृष्ण परिसर थाना नानाखेड़ा उज्जैन, यशपाल सोलंकी पिता ईश्वर सोलंकी निवासी राजपूत मोहल्ला नरवर जिला उज्जैन के खिलाफ भादवि की धारा 420, 409, 468, 471 में प्रकरण दर्ज किया है। इन सब के पास से पुलिस ने दो कार व लगभग 18 लाख रु भी जब्त कर लिए है।
इनका कहना
आईसीआईसीआई बैंक में हुई धोखाधड़ी में शामिल व्यापारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है। व्यापारी के भतीजे ने आत्महत्या करने का प्रयास किया, इसकी जानकारी मिली है। जांच कि जा रही है यदि वह भी शामिल है तो उसके खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया जाएगा।
श्यामचंद्र शर्मा, मंडी थाना प्रभारी, नागदा
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