LPG: बीते कुछ सालों में भले ही पेट्रोल की बात की जाए या डीज़ल की या फिर CNG और एलपीजी गैस की इस सब की कीमत में लगातार उछाल दिखा है ! कोविडकाल के दौरान और उसके बाद भी इनकी कीमतों में राहत नहीं आई है !
इसलिए किरीट पारिख समिति को ‘‘भारत में गैस-आधारित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए बाजार-उन्मुख, पारदर्शी और भरोसेमंद मूल्य निर्धारण व्यवस्था’’ बनाने का काम सौपा गया था ! इसका मुख्य उद्देश्य यही था कि लोगों को एलपीजी गैस उचित कीमत पर उपलब्ध करवाई जा सकें !
LPG गैस रिव्यु कमिटी ने बीते हफ्ते एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमे गैस उत्पादकों को अधिकतम तय रेट की सीमा से उत्पाद के अनुसार मूल्य तय करने की स्वंतंत्रता बाधित होती है ! साथ ही 2026 ऐसे मूल्यों को तय करने की मांग की है जो लोगों की जेब पर भारी न पड़े, इसी के साथ अधिक सब्सिडी की भी सिफ़ारिश की गई है !
किरीट पारीख की इस रिपोर्ट में एक मूल्य निर्धारण पर बात की गई है ! पाइप लाइन गैस की कीमतों को कम करने के लिए भी उत्पादकों के लिए एक मूल्य अनुमान तय किया जाए !आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बीते साल में एलपीजी गैस की कीमत में 70 % तक की बढ़ोतरी हुई है, जो कि देश के साथ साथ आम जनता के लिए चिंता का विषय है !