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नेवी ऑफिसर का 53 साल पहले खोया बटुआ अब जाकर मिला है

खोया हुआ बटुआ किस्मत के धनी लोगों को मिल पाता है. करीब 20 दिन बाद यदि बटुआ नहीं मिले तो उसे पाने की आस छोड़ देते हैं, लेकिन आपका खोया हुआ बटुआ आपको एकाध साल नहीं, आधी सदी के बाद मिले तो?

जी हां……चौकिए मत, अमेरिका में एक ऐसा आश्यचर्य जनक मामला सामने आया है. अमेरिकी नौसेना के एक पूर्व मौसम वैज्ञानिक को गुम हुआ बटुआ 53 साल बाद मिला है. 91 साल के पॉल ग्रीशम का बटुआ अंटार्कटिका में रहने के दौरान कही गुम हो गया था. पॉल ग्रीशम 1967 में अंटार्कटिका में रहे थे, एक साल के लिए. एक साइंस स्टेशन और एयरपोर्ट के लिए ग्रीशम अंटार्कटिका के रॉस आइलैंड से मौसम की संपूर्ण जानकारी देते थे. अंटार्कटिका से कैलिफोर्निया लौटने के 13 महीने बाद उन्हें पता चला कि वो अपना बटुआ वहीं भूल आए हैं. कई कोशिशों के बाद भी बटुआ उन्हें नहीं मिल सका.

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अब हुआ कुछ ऐसा है कि 53 साल बाद अंटार्कटिका में स्नो कैप पर रिसर्च करने वाली एक एजेंसी के लिए काम करने वाले स्टीफन डिकैटो और ब्रूस मैकी की मदद से पॉल ग्रीशम को गुम हुआ बटुआ मिल गया है.जिसमें ग्रीशम का नेवी आईकार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, उनके टैक्स के पेपर और यहां तक कि घर पर बनाने वाली शराब की रेसिपी जैसी कई चीजें मिली है.

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CNN की रिपोर्ट के मुताबिक़, नौसेना में 25 साल की नौकरी करने के बाद ग्रीशम 1977 में रिटायर हो गए थे. अपनी पहली पत्नी की निधन के बाद उन्होंने कैरोली सलाज़ार से शादी की. उनकी मुलाकात पेरिस में 2001 में हुई थी. ग्रीशम और कैरोली 18 साल से एक दूसरे के साथ हैं.

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वैज्ञानिक पॉल ग्रीशम का खोया बटुआ 53 साल बाद उन्हें मिला है. (फोटो- AP)

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KAMLESH VERMA

दैनिक भास्कर और पत्रिका जैसे राष्ट्रीय अखबार में बतौर रिपोर्टर सात वर्ष का अनुभव रखने वाले कमलेश वर्मा बिहार से ताल्लुक रखते हैं. बातें करने और लिखने के शौक़ीन कमलेश ने विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से अपना ग्रेजुएशन और दिल्ली विश्वविद्यालय से मास्टर्स किया है. कमलेश वर्तमान में साऊदी अरब से लौटे हैं। खाड़ी देश से संबंधित मदद के लिए इनसे संपर्क किया जा सकता हैं।

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