हेमंत नागले, इंदौर। शहर के बड़े बिल्डर और कारोबारी सुरेंद्र संघवी और उनके बेटे प्रतीक संघवी के साथ शहर के एक अन्य कारोबारी दीपक मद्दा के ठिकानों पर 11 मई को ईडी छापामार कार्रवाई की गई। इसके बाद ईडी द्वारा एक ट्वीट कर यह जानकारी साझा की गई है कि प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई में इंदौर और मुंबई के ठिकाने शामिल है।
250 करोड़ से ज्यादा की अवैध प्रॉपर्टी
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में इंदौर और मुंबई में लगभग 6 ठिकानों पर विभाग द्वारा कार्रवाई की गई। जिसमें दीपक मद्दा के यहां से 91.21 लाख नकद 250 करोड़ से ज्यादा की अवैध प्रॉपर्टी और कई आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए हैं। ईडी ने यह जानकारी ट्विटर के माध्यम से दी गई है।
प्रवर्तन निदेशालय को यह जानकारी मिली थी कि एंटी मनी लॉन्ड्री का लगातार मामला चल रहा है, जिसके चलते इंदौर के मनीष सहारा, दीपक मद्दा सुरेंद्र संघवी के यहां यह दबिश दी गई थी। इसी प्रकार के 20 साल पहले भी मुंबई में एक बड़ी हवाला की राशि पकड़ाई थी, जिसमें इंदौर से कई बड़े बिल्डरों के नाम भी शामिल थे।
तीन अलग-अलग जगहों पर छापामारी
सूत्रों के मुताबिक, जमीन की बेनामी संपत्ति के मामले में दीपक मद्दा, मनीष सहारा के यहां बिजली विभाग ने इसी प्रकार की कार्रवाई की। शहर के 3 बड़े बिल्डरों के यहां बेनामी पैसों से जमीन खरीद-फरोख्त के मामले में लगातार विभाग को शिकायत मिल रही थी, लगातार विभाग की कई टीमें तीन अलग-अलग जगहों पर छापामार कार्रवाई कर रही हैं। गुलमोहर कॉलोनी स्थित दीपक मद्दा के घर भोपाल के 11 अधिकारी पहुंचे। गुरुवार सुबह 7 बजे से भोपाल की टीम ने इंदौर आकर कार्रवाई की।