भेलूपुर थाना क्षेत्र के खोजवां में बुधवार को एक कार की डिग्गी से पुलिस ने 92 लाख 94 हजार 600 रुपये बरामद किये हैं। बरामद रुपये हवाला के बताए जा रहे हैं। पुलिस की सूचना पर आयकर विभाग की टीम ने बरामद रुपये के संबंध में जांच शुरू कर दी है।
भेलूपुर इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे के अनुसार, वह पुलिस टीम के साथ खोजवां क्षेत्र स्थित शंकुलधारा पोखरे के समीप से गुजर रहे थे। पोखरे के समीप खड़ी एक कार पुलिस टीम को संदिग्ध प्रतीत हुई। कार के पास जाकर पुलिस ने उससे संबंधित व्यक्ति के बारे में पूछा तो स्थानीय लोग कोई जानकारी नहीं दे सके। पुलिस ने डुप्लीकेट चाबी बनाने वालों से संपर्क कर कार के गेट और डिग्गी को खुलवाया।
कार की डिग्गी में रखे हुए एक बोरे में भारी मात्रा में नकदी दिखी तो उसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई। इस संबंध में काशी जोन के डीसीपी आरएस गौतम ने बताया कि बरामद की गई नकदी के संबंध में आयकर विभाग को सूचना दे दी गई है। कार किसकी है, इस संबंध में पुलिस परिवहन विभाग की मदद से जांच कर रही है।
ED RAIDS : कार की डिग्गी से 92.94 लाख रुपये बरामद, हवाला की रकम होने की आशंका, आयकर विभाग ने शुरू की जांच
खुद को आरएसएस चीफ बताने वाले की भूमिका संदिग्ध
भेलूपुर थाने की पुलिस 92 लाख से ज्यादा नकदी बरामद कर भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन पुलिस सूत्रों ने इसके पीछे की कुछ अलग ही कहानी बताई। दरअसल, सारनाथ क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति खुद को आरएसएस के गो-सेवा प्रकोष्ठ का चीफ बताकर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को अर्दब में लिए रहता है। उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में आपराधिक मुकदमे भी दर्ज हैं।
उसी ने कुछ पुलिस कर्मियों को किसी हवाला कारोबारी की बड़ी रकम के लेन-देन के काम में मदद के लिए खोजवां क्षेत्र में बुलाया था। उसने मदद करने के नाम पर पुलिस को तगड़ी रकम देने की बात भी कही थी। इसी बीच मामला धीरे-धीरे होते हुए उच्चाधिकारियों तक पहुंच गया और रुपये से संबंधित सभी लोग भाग खड़े हुए। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर ही आनन-फानन रकम बरामद की गई। चर्चा रही कि रकम का एक तगड़ा हिस्सा गायब भी हो गया है, इस संबंध में कुछेक पुलिस कर्मियों की भूमिका संदेह के घेरे में है। हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर अफसरों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
ED RAIDS : कार की डिग्गी से 92.94 लाख रुपये बरामद, हवाला की रकम होने की आशंका, आयकर विभाग ने शुरू की जांच
बरामदगी के बारे में बताने में हीलाहवाली करती रही पुलिस
पुलिस ने भले ही 92.94 लाख रुपये बरामद किया, लेकिन इस संबंध में पत्रकारों को जानकारी देने के सवाल पर भेलूपुर थानाध्यक्ष से लेकर काशी जोन तक के उच्चाधिकारी चुप्पी साधे हुए थे। इसे बारे में पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन को बताने पर उनके निर्देश पर रात 12 बजे के बाद बरामद नकदी के बारे में जानकारी सार्वजनिक की गई। वहीं, आमतौर पर एक स्कूटी या मोपेड भी बरामद होती है तो पुलिस उसका रंग, कंपनी और रजिस्ट्रेशन नंबर जरूर साझा करती है। लेकिन, इतनी बड़ी बरामदगी के बाद भी कार के विवरण को लेकर पुलिस मौन साधे रही।