धनतेरस 2024 – हिंदू धर्म में प्रमुख त्यौहारों में से एक, दिवाली की शुरुआत धनतेरस के त्यौहार से होती है। यह दिवाली से पहले मनाया जाने वाला सबसे पहला त्यौहार है, जिसके बाद छोटी दिवाली, बड़ी दिवाली, गोवर्धन पूजा और फिर भाई दूज आता है। हिंदू धर्म में इसे “धन्वंतरि त्रयोदशी” भी कहा जाता है। इस दिन घर में नया सामान, खासकर सोने-चांदी की कोई नई वस्तु या नए बर्तन खरीदने की परंपरा है, और इसे बहुत ही शुभ माना जाता है।
इस लेख में हम धनतेरस 2024 की तारीख (Dhanteras Kab Hai 2024) और इस दिन पूजा के शुभ समय (Dhanteras Shubh Muhurat 2024) के बारे में जानेंगे।
धनतेरस कब है 2024 में – Dhanteras Kab Hai 2024 Mein
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धनतेरस का त्योहार दिवाली से पहले कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है। 2024 में धनतेरस का पर्व 7 नवंबर को मनाया जाएगा। यह दिन लक्ष्मी जी के खजांची माने जाने वाले धन के देवता कुबेर और आयुर्वेद के जनक भगवान धन्वंतरि को याद करने के लिए समर्पित है।
धनतेरस का शुभ मुहूर्त 2024 – Dhanteras Muhurat 2024
धनतेरस के दिन संध्याकाल में पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा स्थल पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की स्थापना करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
Dhanteras Pujan Muhurat 2024:
- शाम 06 बजकर 05 मिनट से रात 08 बजकर 00 मिनट तक।
- प्रदोष काल: शाम 05 बजकर 35 मिनट से रात 08 बजकर 00 मिनट तक।
- वृषभ काल: शाम 06 बजकर 05 मिनट से रात 08 बजकर 00 मिनट तक।
धनतेरस पूजन शुभ मुहूर्त 2024:
- शाम 6 बजकर 05 मिनट से रात 8 बजकर 00 मिनट तक।
धनतेरस पर पूजा के दौरान प्रदोष काल और वृषभ काल में पूजा करने से मां लक्ष्मी और कुबेर की कृपा प्राप्त होती है, जिससे पूरे साल घर में धन और समृद्धि बनी रहती है।
धनतेरस की पूजा विधि
धनतेरस पर पूजा के लिए कुछ विशेष नियम और विधियां मानी जाती हैं, जो इस दिन को और अधिक शुभ बनाते हैं। इस दिन पूजा के दौरान लक्ष्मी जी और भगवान धन्वंतरि की विशेष आराधना की जाती है।
- पूजा के लिए सबसे पहले घर की सफाई करें और फिर एक स्वच्छ स्थान पर लक्ष्मी जी, कुबेर देव और भगवान धन्वंतरि की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- पूजा की थाली में दीपक, फूल, कुमकुम, हल्दी, मिठाई और धातु के बर्तन रखें।
- लक्ष्मी और कुबेर देव की आराधना करते समय धन प्राप्ति और समृद्धि की कामना करें।
- इस दिन विशेष रूप से नए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है, जिन्हें आप पूजा के बाद उपयोग कर सकते हैं।
- धनतेरस के दिन यम दीपदान करने का भी विशेष महत्व होता है। मुख्य द्वार पर दीपक जलाकर उसे यमराज को समर्पित किया जाता है, जिससे घर में शांति और दीर्घायु की प्राप्ति होती है।
धनतेरस पर क्या खरीदें?
धनतेरस पर सोने, चांदी और धातु की वस्तुएं खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन खासतौर पर लोग सोने-चांदी के आभूषण, तांबे, पीतल और स्टील के बर्तन खरीदते हैं। यह दिन आर्थिक समृद्धि का प्रतीक माना जाता है और इस दिन की गई खरीदारी से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
धनतेरस के दिन आप निम्न वस्त्र और धातुओं को खरीद सकते हैं:
- सोने-चांदी के आभूषण
- तांबे या पीतल के बर्तन
- इलेक्ट्रॉनिक सामान
- नए वाहन
- फर्नीचर
धनतेरस पर विशेष उपाय
धनतेरस के दिन कुछ विशेष उपाय किए जा सकते हैं, जो घर में धन, समृद्धि और सुख-शांति लाने में सहायक होते हैं।
- कुबेर यंत्र की स्थापना करके उसकी नियमित पूजा करें। इससे धन की कमी दूर होती है।
- लक्ष्मी पूजन करें और मां लक्ष्मी से परिवार में सुख-समृद्धि की कामना करें।
- धनतेरस पर काले तिल का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है, जिससे आर्थिक संकट दूर होते हैं।
- घर के मुख्य द्वार पर दीपक जलाएं और उसे यमराज को समर्पित करें, जिससे परिवार के सदस्यों की दीर्घायु और स्वास्थ्य की रक्षा होती है।
धनतेरस का महत्व
धनतेरस का त्यौहार हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह त्यौहार धन और समृद्धि का प्रतीक है। इस दिन की गई पूजा और धार्मिक क्रियाएं पूरे वर्ष भर घर में सुख, समृद्धि और धन-धान्य बनाए रखती हैं। धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर, मां लक्ष्मी और भगवान धन्वंतरि की पूजा से घर में नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
धनतेरस का त्योहार न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस दिन की गई खरीदारी और पूजा-अर्चना से न केवल व्यक्तिगत जीवन में समृद्धि आती है, बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण होता है।
धनतेरस 2024 का यह पर्व आपके जीवन में धन, सुख-शांति और समृद्धि लाए, इसके लिए इस दिन विशेष रूप से पूजा और धार्मिक कार्यों को पूरी श्रद्धा के साथ संपन्न करें।
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