अमरावती: Beti Ko samay se Pahle Jawan Banane Ke liye कहते हैं कि मां वो दोस्त होती है जो बच्चों में संस्कार भरती है, लेकिन अगर मां ही अपनी बेटी की दुश्मन बन जाए तो इसे क्या कहेंगे। ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि मां अपनी शौक पूरा करने के लिए बेटी की जिंदगी बर्बाद कर दे, लेकिन इन दिनों आंध्र प्रदेश से ऐसा मामला सामने आया है जो आपके दिल को अंदर तक झंझकोर कर रख देगा। तो चलिए जानते हैं कि एक मां ने अपनी 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली बेटी के साथ ऐसा क्या कर दिया।
Beti Ko samay se Pahle Jawan Banane Ke liye दरअसल एक युवती की तमन्ना थी कि उसकी बेटी फिल्मी दुनिया में काम करे, वो मॉडल की तरह दिखे और आगे चलकर वो हीरोइन बने। अपनी इसी तमन्ना को पूरी करने के लिए मां अपनी बेटी को समय से पहले जवान करना चाहती थी। बेटी को समय से पहले जवान करने के लिए मां अपनी बेटी को हार्मोन्स की गोलियां खिलाती थी। बताया गया कि मां ऐसा पिछले 4 साल से कर रही थी। फिलहाल मामले की जानकारी मिलने पर चाइल्ड लाइन की टीम ने उसका रेस्क्यू कर लिया है।
ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की ने आरोप लगाया कि, ‘मेरी मां मुझे कुछ टैबलेट की ओवरडोज दिया करती थी। जब मैं यह टैबलेट खाती थी तो मैं बेहोश हो जाती थी। अगले दिन मेरे बदल फूल जाते थे। यह काफी दर्दनाक होता है। मेरी पढ़ाई पर भी असर डालता है।’ मां ने अपनी बेटी को फिल्म निर्माता होने का दावा करने वाले किसी व्यक्ति के साथ अंतरंग होने के लिए भी प्रताड़ित किया था। वह उसके घर आया था।
11वीं पढ़ने वाली बेटी की सेक्सी फिगर के लिए ऐसा काम करती थी मां, चाहती थी जवान हो जाए समय से पहले
लड़की ने अपनी शिकायत में कहा, “वह मेरी इंटरमीडिएट पूरा करने के बाद मुझे फिल्म निर्देशकों और निर्माताओं के साथ काम करने के लिए तैयार करना चाहती है। जब भी मैं दवा लेने से मना करती हूं तो वह मुझे पीटती है। वह मुझे बिजली के झटके देने की धमकी भी देती थी।” राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष केसली अप्पा राव के नेतृत्व में बाल कल्याण समिति ने शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों के साथ लड़की के घर का दौरा किया और लड़की का रेस्क्यू किया।
लड़की ने अपनी शिकायत में कहा है कि उसके पिता के राजेश कुमार ने उसकी मां को तलाक दे दिया था। उसने बाद उसने किसी दूसरे व्यक्ति से शादी कर ली। उसकी कुछ साल बाद मृत्यु हो गई। अप्पा राव ने बताया कि लड़की ने पहले 112 डायल किया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। बाद में उसने गुरुवार को किसी अन्य व्यक्ति की मदद से चाइल्डलाइन के नंबर 1098 पर डायल किया। आयोग ने महिला के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए नाबालिग की शिकायत पुलिस को सौंप दी।